बंधक की हत्या के बाद जलती चिता ने खोला राज

Update: 2025-01-09 14:46 GMT

-ग्रामीणों ने जलती चिता देख मचाया शोर

बस्ती। स्कूल में प्रबंधक की हत्या कर दी गई। फिर कैंपस में शव को जलाने की कोशिश की गई। वहां से गुजर रहे ग्रामीणों ने शव को जलता देख शोर मचाया। लोगों की भीड़ देखकर आरोपी वहां से भाग गए। ग्रामीणों ने स्कूल में पहुंचकर आग बुझाई और शव को चिता से निकाला। यह घटना वाल्टरगंज थाना क्षेत्र के धौरहरा गांव की है। मौके पर पहुंची पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ की और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। परिजन हत्या की आशंका जता रहे हैं। प्रबंधक की पत्नी ने मामला दर्ज कराया है।

वाल्टरगंज थाना क्षेत्र में एक महिला को लेकर दस साल पहले एक डॉक्टर की हत्या हुई थी। इस मामले में स्कूल प्रबंधक पर आरोप लगाया गया था और उन्हें जेल भेजा गया था। जेल में डेढ़ साल रहने के बाद प्रबंधक बाहर आए। पुलिस दोनों मामलों को जोड़कर जांच कर रही है।

प्रबंधक सुबह पांच बजे टहलने निकले, और आठ बजे उनका शव मिला। धौरहरा गांव में जामवंत शर्मा अपने परिवार के साथ रहते थे। वह श्रीमति प्रयागराजी इंटर कॉलेज के प्रबंधक थे, जो पिछले पांच सालों से बंद पड़ा था और बिल्डिंग खंडहर में बदल चुकी थी।

जामवंत शर्मा सुबह करीब पांच बजे घर से टहलने के लिए निकले थे। उन्हें आसपास के लोगों ने जाते हुए देखा था। सुबह आठ बजे कुछ ग्रामीण श्रीमति प्रयागराजी इंटर कॉलेज के पास से गुजर रहे थे, तभी उन्होंने स्कूल में कुछ जलता हुआ देखा। पास जाकर देखा तो शव जल रहा था। लोगों ने शोर मचाया, तो ग्रामीण इकट्ठा हो गए। उनका कहना है कि उस समय आग के पास कुछ लोग खड़े थे। ग्रामीणों का शोर सुनकर वे भाग गए। आग बुझाने के बाद लोग जब शव के पास पहुंचे, तो उन्होंने बॉडी की पहचान की। यह शव जामवंत शर्मा का था। सूचना मिलने पर एसपी ओपी सिंह, सीओ सदर सत्येन्द्र भूषण, एसओ वाल्टरगंज उमाशंकर त्रिपाठी, एसओ रुधौली विजय कुमार दूबे और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंचे।

घटनास्थल से मिला ATM और चप्पल

एसपी ने पुलिस टीम के साथ घटनास्थल की जांच की। मौके से एटीएम कार्ड और चप्पल मिली हैं, जो पुलिस के लिए अहम सुराग साबित हो सकती हैं। अपर पुलिस अधीक्षक ओपी सिंह ने बताया कि इस घटना के पीछे का पूरा मामला अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। केस दर्ज कर लिया गया है, और हत्या के एंगल से जांच की जा रही है।

पुलिस ने गांव पहुंचकर परिजनों और आसपास के लोगों से मामबंधक की हत्या के बाद जलती चिता ने खोला राजले की जानकारी ली। ग्रामीणों का कहना है कि यह हत्या हो सकती है, और शव को जलाने की कोशिश की गई थी, ताकि सबूत मिटाए जा सकें। बेटी और पत्नी का कहना है कि यह बॉडी कॉलेज प्रबंधक जामवंत शर्मा की है, उनके गले में चाबी का गुच्छा है और चप्पल भी उन्हीं की है।

2014 में संतकबीरनगर थाना क्षेत्र के धरूही गांव में डॉक्टर रामसूरत की हत्या हुई थी। आरोप स्कूल प्रबंधक जामवंत शर्मा पर लगा था। उनके खिलाफ मामला दर्ज हुआ और वह जेल गए थे।

चर्चा है कि हत्या की वजह एक महिला थी, जिसे डॉक्टर और स्कूल प्रबंधक दोनों पसंद करते थे। डेढ़ साल जेल में रहने के बाद जामवंत शर्मा बाहर आए, तो विद्यालय की स्थिति ठीक नहीं थी। इसी विद्यालय में पढ़ाने वाले एक शिक्षक से भी उनका विवाद हो गया था, जो ट्यूशन पढ़ाता था। इसके बाद विद्यालय बंद हो गया था।

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