अखिलेश यादव के चाचा का निधन, राजपाल यादव ने मेदांता में ली आखिरी सांस
- सैफई में आज होगा अंतिम संस्कार
- अखिलेश यादव ने चाचा की मौत के बाद सभी कार्यक्रमों को किया रद्द
लखनऊ। सपा प्रमुख अखिलेश यादव के चाचा राजपाल यादव का 73 साल की उम्र में निधन हो गया। वह काफी समय से बीमार थे। गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती थे। गुरुवार तड़के 4 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। सपा के राज्यसभा सांसद और भाई राम गोपाल यादव ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा- मेरे अनुज राजपाल सिंह का असामयिक निधन हो गया। आज दोपहर बाद पैतृक गांव सैफई में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
अंतिम संस्कार में अखिलेश यादव भी शामिल होंगे। निधन की सूचना के बाद अखिलेश ने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए। वह परिवार के साथ लखनऊ से रवाना हो गए हैं। कुछ देर में सैफई पहुंच जाएंगे। राजपाल यादव के बेटे अभिषेक यादव इटावा के जिला पंचायत अध्यक्ष हैं।
मुलायम सिंह के छोटे भाई राजपाल सिंह की प्रारंभिक शिक्षा सैफई में हुई। मैनपुरी के जैन इंटर कॉलेज से 12वीं तक की पढ़ाई की। इटावा के डिग्री कॉलेज से बीए और लखनऊ विश्वविद्यालय से एमए की डिग्री हासिल की। मेरठ की शुगर मिल में उनकी नौकरी लग गई लेकिन नौकरी में मन नहीं लगा। वापस इटावा आ गए।
इसके बाद 1978 में वे सेंट्रल वेयरहाउस में अधीक्षक के पद पर तैनात हुए। 2006 में उन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली। राजपाल यादव की राजनीति में रुचि नहीं थी। उन्होंने कभी चुनाव नहीं लड़ा। हालांकि, उनकी पत्नी प्रेमलता यादव परिवार की पहली महिला थीं, जिन्होंने राजनीति में कदम रखा था।
प्रेमलता यादव इटावा की जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं। राजपाल यादव के दो बेटे हैं- अभिषेक और आर्यन। अभिषेक दो बार से इटावा के जिला पंचायत अध्यक्ष हैं। मुलायम सिंह यादव 4 भाई थे। राजपाल मुलायम सिंह से छोटे और शिवपाल यादव से बड़े थे। 4 में से 3 भाइयों रतन यादव, मुलायम सिंह और राजपाल का निधन हो चुका है।