UP: लखनऊ। लोकसभा चुनाव सिर पर हैं, लेकिन अभी तक सपा की प्रदेश कार्यकारिणी को लेकर कार्यकर्ताओं में ऊहापोह की स्थिति है। ऐसा तब है, जब सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं को लोकसभा चुनाव में ''80 हराओ भाजपा भगाओ'' का लक्ष्य दिया है।
सवाल यह है कि बिना प्रदेश कार्यकारिणी के यह जंग कैसे लड़ी जाएगी।
सपा का अक्तूबर 2022 में राष्ट्रीय व प्रांतीय सम्मेलन हुआ था, जिसमें अखिलेश यादव को राष्ट्रीय अध्यक्ष और नरेश उत्तम पटेल को प्रांतीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है। तब घोषणा की गई थी कि एक माह के अंदर राष्ट्रीय और प्रांतीय कार्यकारिणी का भी गठन कर दिया जाएगा। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की तो घोषणा हो चुकी है, पर कार्यकर्ताओं को 9 माह बाद भी प्रदेश कार्यकारिणी का अभी तक इंतजार है।
आम तौर पर सपा की प्रदेश कार्यकारिणी में 51 सदस्य रहते हैं, लेकिन पिछली बार विधानसभा चुनाव को देखते हुए यह 71 सदस्यीय थी। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर माना जा रहा है कि इस बार भी प्रदेश कार्यकारिणी में ज्यादा से ज्यादा नेताओं को जगह देने का प्रयास किया जाएगा। इसमें जातीय समीकरण का भी ध्यान रखा जाएगा।
इस बारे में सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल का कहना है कि अभी पार्टी की जिला व फ्रंटल कमेटियों का गठन चल रहा है। शीघ्र ही प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा भी कर दी जाएगी।