ऐसे छिपाया 1.75 करोड़ का नशीला पदार्थ, नशे के सौदागरों के मंसूबे फेल

Update: 2024-03-09 06:27 GMT

बरामद गांजे की बाजार कीमत करीब 1.75 करोड़ रुपये आंकी गई है। नोएडा समेत एनसीआर में गांजे की सप्लाई होनी थी। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने सरगना समेत 10 से ज्यादा लोगों के नाम बताए हैं।

कासना पुलिस और मेरठ की एंटी नारकोटिक्स टास्कफोर्स ने ट्रक में मुर्गी दाने के बोरों के बीच छिपाकर ला रहे 3.51 क्विंटल गांजा जब्त किया है। पुलिस ने गांजे के साथ बागपत के छपरौली निवासी हरीश कुमार उर्फ अंकुर और हिमांशु उर्फ कमल को गिरफ्तार किया है।

बरामद गांजे की बाजार कीमत करीब 1.75 करोड़ रुपये आंकी गई है। नोएडा समेत एनसीआर में गांजे की सप्लाई होनी थी। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने सरगना समेत 10 से ज्यादा लोगों के नाम बताए हैं। पुलिस उनकी तलाश में जुट गई है। शुक्रवार को पुलिस को बुलंदशहर रोड से ग्रेटर नोएडा की ओर नशीले पदार्थ से लदे ट्रक के आने की सूचना मिली। पुलिस ने सिरसा गोलचक्कर के पास गांजे से लदे ट्रक को रुकवा लिया।

इसमें करीब 162 बोरे मुर्गी दाने के थे। कैंटर के साथ मौजूद तस्करों ने ट्रक में मुर्गी दाना होने की बात कही। तलाशी में ट्रक में गांजा मिलने पर पुलिस ने दोनों तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी उत्तर प्रदेश सहित सहित आसपास के राज्यों में भी सक्रिय हैं। पुलिस के मुताबिक गांजे की खेप ला रहे तस्कर हैंडलर हैं। पुलिस के मुताबिक इस धंधे के पीछे बड़े लोग हैं। पुलिस आरोपियों की अदालत से रिमांड लेगी और पूछताछ में सरगना तक पहुंचने की कोशिश करेगी।

पुलिस के मुताबिक गांजे की सप्लाई स्थानीय वेंडरों तक होनी थी। पूछताछ में तस्करों ने बताया िक ग्रेटर नोेएडा, नोएडा, दिल्ली, गुरुग्राम समेत आसपास के शहरों में गांजे की खासी मांग है। यह वेंडर यहां पर लोगों तक गांजा पहुंचाते हैं।

3.51 क्विंटल गांजे के साथ दो तस्कर पकड़े गए हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत करीब 1.75 करोड़ रुपये बताई गई है। पूछताछ मिली जानकारी के आधार पर गिरोह के सरगना तक पहुंचने की तैयारी है। पकड़े गए लोगों के खिलाफ कई मुकदमे दर्ज हैँ। -अशोक कुमार, एडीसीपी, ग्रेटर नोएडा

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