निवेश का झांसा देकर करोड़ों की ठगी, खुद को बताता था प्रबंध निदेशक; हरिद्वार से दबोचा
देश की राजधानी दिल्ली में प्रॉपर्टी के नाम पर निवेश करवाने का झांसा देकर सैकड़ों लोगों से करोड़ों की ठगी करने वाले को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दिल्ली-एनसीआर में ठगी करने के बाद आरोपी हरिद्वार भाग गया था।
दिल्ली-एनसीआर में प्रॉपर्टी के नाम पर निवेश करवाने का झांसा देकर सैकड़ों लोगों से करोड़ों की ठगी के मामले में फरार चल रहे एक व्यक्ति को दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने हरिद्वार से गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान पंकज त्यागी (47) के रूप में हुई है। दिल्ली-एनसीआर में ठगी करने के बाद आरोपी फरार हो गया था।
उत्तराखंड के हरिद्वार जाकर आरोपी ने पी बेस्ट इंफ्रास्ट्रक्चर ओपीसी प्राइवेट लिमिटेड के नाम से रियल स्टेट कंपनी खोल ली थी। दिल्ली-एनसीआर में ठगी के करीब 21 मामलों में पुलिस को पंकज की तलाश थी। 14 मामलों में अदालत ने उसे भगोड़ा घोषित किया हुआ था। आरोपी ने दक्षिण दिल्ली के बदरपुर इलाके में भानु इंफ्राटेक के नाम से कंपनी खोलकर ठगी की थी। खुद को आरोपी कंपनी का प्रबंध निदेशक बताता था। इसकी कंपनी ने लोगों को प्लाट के नाम पर निवेश करने का झांसा देकर ठगा।
आरोपी हरिद्वार में रियल स्टेट कंपनी चलाने के अलावा वहां अपना होटल भी चला रहा था। पुलिस ने संबंधित थानों को आरोपी की गिरफ्तार की खबर दे दी है। अपराध शाखा के पुलिस उपायुक्त राकेश पावरिया ने बताया कि हवलदार राजीव सेहरावत को खबर मिली थी कि ठगी के मामले में फरार चल रहा आरोपी हरिद्वार या देहरादून में छिपा हुआ है। यह जानकारी एसीपी नरेश सोलंकी के अलावा इंस्पेक्टर सुशील कुमार से साझा की गई।
बाद में आरोपी की तलाश के लिए एक टीम हरिद्वार भेज दी गई। पुलिस से बचने के लिए आरोपी लगातार अपने फोन नंबर के अलावा ठिकाने बदल रहा था। काफी मशक्कत के बाद टीम ने आरोपी को राजलोक विहार फेस-1, ज्वालापुर, हरिद्वार से दबोच लिया। गिरफ्तारी के समय आरोपी किसी पार्टी को जमीन दिखाने के लिए यहां आया था।
कौन है पकड़ा गया आरोपी पंकज
आरोपी मूलरूप से गांव शिकारपुर, छावली, दिल्ली का रहने वाला है। उसने दिल्ली विश्वविद्यालय के शिवाजी कॉलेज से ग्रेजुएशन किया। बाद में उसने पोस्ट ग्रेजुएशन भी डीयू से किया। पढ़ाई पूरी करने के बाद उसने रियल स्टेट के कारोबार में हाथ आजमाया। वर्ष 2000 में उसने प्रॉपर्टी में खूब पैसा कमाया। इसके बाद वर्ष 2017-18 में उसने अपने कारोबार का दिल्ली-एनसीआर में विस्तार करते हुए अपनी खुद की भानु इंफ्राटेक के नाम से कंपनी खोल ली। इसके बाद इसने लोगों से फरीदाबाद में प्लाट के नाम पर निवेश करवाया। आरोपी ने करोड़ों रुपये की ठगी की। बाद में आरोपी दिल्ली से फरार हो गया।
21 मामले दर्ज थे अलग-अलग थानों में
अलग-अलग थानों में भानु इंफ्राटेक के प्रबंध निदेशक पंकज त्यागी के खिलाफ 21 केस दर्ज हुए। इनमें से 14 मामलों में कोर्ट ने आरोपी को भगोड़ा घोषित कर दिया। पुलिस लगातार आरोपी की तलाश कर रही थी। अब अपराध शाखा ने आरोपी को गिरफ्तार कर सभी थानों को उसकी सूचना दे दी है।