घटिया दवाओं की आपूर्ति शर्मनाक और दर्दनाक, स्वास्थ्य मंत्री को बर्खास्त करें केजरीवाल
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि यह भ्रष्टाचार का नहीं, दिल्ली की जनता की जान से खिलवाड़ का मामला है। यह शर्मनाक एवं दर्दनाक है कि केजरीवाल सरकार आम आदमी की जिंदगी से खेलते हुए सरकारी अस्पतालों एवं क्लीनिकों से घटिया दवाएं बांटती रही।
प्रदेश भाजपा ने दिल्ली सरकार पर अस्पतालों में घटिया दवाइयों की आपूर्ति करने का आरोप लगाते हुए मामले की उपराज्यपाल की ओर से सीबीआई जांच की सिफारिश करने का स्वागत किया है। शनिवार को प्रेसवार्ता में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि यह भ्रष्टाचार का नहीं, दिल्ली की जनता की जान से खिलवाड़ का मामला है। यह शर्मनाक एवं दर्दनाक है कि केजरीवाल सरकार आम आदमी की जिंदगी से खेलते हुए सरकारी अस्पतालों एवं क्लीनिकों से घटिया दवाएं बांटती रही।
उपराज्यपाल के आदेश पर हुई जांच में एड्रिओट फार्मास्यूटिकल्स सहित लगभग पांच कंपनियों के सैंपल जांच में फेल हो गए और अधिकांश ने दवाएं न सिर्फ सरकार के अस्पतालों से बल्कि बाजार से भी वापस लेने का परिपत्र जारी कर दिया है। सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि दिल्ली सरकार के घटिया दवाएं बांटने के प्रकरण ने केजरीवाल सरकार की विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सेवाओं की पोल खोल दी है। केजरीवाल ने आम आदमी के जीवन में जहर घोल दिया है। मुख्यमंत्री विपश्यना से वापस आएं और स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज को बर्खास्त करें।
वहीं, विधानसभा नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा है कि एलजी ने यह आदेश देकर दिल्ली की जनता के गुनहगार को सामने लाने की दिशा में कदम उठाया है। इस मामले की जांच शीघ्र पूरी होनी चाहिए, ताकि घटिया दवाइयों का कहां-कहां असर हुआ, वह सामने आ सके। यह केवल भ्रष्टाचार का मामला नहीं है, बल्कि यह किसी की जान से खिलवाड़ करने जैसा है। नमूनों की जांच का दायरा और बढ़ाया जाना चाहिए। यही एजेंसी मोहल्ला क्लीनिकों में भी दवाइयां उपलब्ध कराती है। शराब घोटाला, शीश महल घोटाला, जल बोर्ड घोटाला, डीटीसी घोटाला, क्लास रूम घोटाला, जासूसी कांड, अस्पताल घोटाला आदि-आदि इतने घोटाले हो चुके हैं कि यह आम आदमी पार्टी की सरकार घोटाला सरकार बनकर रह गई है।