एसओएल के छात्र यू-ट्यूब के जरिए करेंगे परीक्षाओं की तैयारी, शिक्षक ऑनलाइन होंगे उपलब्ध
दिल्ली विश्वविद्यालय में इस तरह का प्रयोग पहली बार शुरू किया जा रहा है। पूरी तरह से ऑनलाइन इन कक्षाओं में शिक्षक भी छात्रों के सवालों के जवाब देने के लिए ऑनलाइन ही उपलब्ध रहेंगे।
दिल्ली विश्वविद्यालय का स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) स्नातक स्तर के छात्रों की परीक्षाओं की तैयारी अब यू-ट्यूब के माध्यम से कराएगा। एसओएल पीसीपी (पर्सनल कॉन्टेक्ट प्रोग्राम) कक्षाएं समाप्त होने के बाद ऑनलाइन रिवीजन क्लास शुरू करने जा रहा है। इन कक्षाओं में सात में चार कोर पेपर की तैयारी कराई जाएगी।
पूरी तरह से ऑनलाइन इन कक्षाओं में शिक्षक भी छात्रों के सवालों के जवाब देने के लिए ऑनलाइन ही उपलब्ध रहेंगे। डीयू में इस तरह का प्रयोग पहली बार शुरू किया जा रहा है। एसओएल की निदेशक प्रो. पायल मागो ने बताया कि छात्रों की पढ़ाई के लिए ऑफलाइन पीसीपी कक्षाएं लगाई जाती हैं। यह कक्षाएं रविवार को आयोजित होती हैं, जो अप्रैल में समाप्त होने वाली हैं। मई-जून से वार्षिक परीक्षाएं शुरू हो जाएंगी। ऐसा देखा गया है कि पीसीपी कक्षाओं के बाद भी अपने विषयों को लेकर छात्रों में बहुत सी जिज्ञासाएं रह जाती हैं, लेकिन उनका हल नहीं मिलता और न ही उनकी तैयारी ठीक से हो पाती है। ऐसे में यू-ट्यूब से रिवीजन कक्षाएं आयोजित करने का फैसला लिया गया है।
7 में से 4 पेपरों का ऑनलाइन रिवीजन
छात्रों के पास सात पेपर हैं, इनमें से जो चार क्रेडिट वाले पेपर हैं उनके लिए ही ऑनलाइन रिवीजन कराई जाएगी। इनके लिए समयावधि पांच-पांच घंटे की होगी। यह एक साथ नहीं होगी लेकिन कुछ कुछ अंतराल पर यह कक्षाएं चलेंगी। यह पूरी प्रक्रिया परीक्षाएं शुरू होने से पहले की जाएगी जिससे कि छात्रों की तैयारी बेहतर तरीके से हो सके। इससे ना केवल छात्रों के पेपर का अभ्यास ठीक से हो सकेगा बल्कि यदि किसी प्रकार के प्रश्न या विषय को लेकर कोई अन्य समस्या है तो उसका समाधान भी हो सकेगा।
एक लाख छात्र लेते हैं स्नातक में दाखिला
पहली बार शुरू किए जा रहे इस प्रयोग को छात्रों के हित में शुरु किया जा रहा है। पीसीपी कक्षाएं समाप्त हो जाने के बाद यू-ट्यूब पर लगने वाली इन रिवीजन कक्षाओं के विषय में छात्रों को बता दिया जाएगा। मालूम हो कि एसओएल में स्नातक स्तर पर एक लाख से अधिक छात्र दाखिला लेते हैं। इतने बड़े पैमाने पर ऑफलाइन रिवीजन कक्षाएं संचालित करने में परेशानी आ सकती है। नियमित कॉलेज के छात्र तो कॉलेज आकर शिक्षकों से अपनी जिज्ञासाओं को शांत कर लेते हैं लेकिन एसओएल के छात्रों के साथ ऐसा नहीं हो पाता। लिहाजा यू-ट्यूब के माध्यम से ही रिवीजन कराने का रास्ता अपनाया जा रहा है। वैसे एसओएल की कक्षाओं के रिकॉर्डिड लेक्चर व अन्य सामग्री छात्रों के लिए ऑनलाइन भी उपलब्ध है।