दिल्ली मंडल में रेलवे ट्रैक पर करते हैं मौज-मस्ती, हर दिन औसतन पांच लोग गंवा रहे जान
उत्तर रेलवे के दिल्ली मंडल में ट्रेन की चपेट में आने से हर दिन औसत पांच लोग जान गंवा रहे हैं। दिल्ली-शाहदरा और दिल्ली-रोहतक रूट पर ट्रेनें घनी बसावट के बीच से गुजरती है, वहां हादसों की संख्या सर्वाधिक है। इसके बावजूद लोग रेलवे ट्रैक पर मौज मस्ती करते नजर आते हैं।
यह कोई बस्ती, पार्क या सड़क नहीं, बल्कि रेलवे ट्रैक है। इनसे होकर दिनभर में दर्जनों ट्रेनें गुजरती हैं। फिर भी बेखौफ होकर बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक अपनी सहूलियत के हिसाब से रेलवे ट्रैक पर वक्त गुजारते हैं। यहां बच्चों का खेलना, युवाओं का घूमना और बुजुर्गों का चारपाई डालकर आराम करना आम है।
बीच-बीच में जब ट्रेन की सीटी सुनाई पड़ती है तो कभी-कभी ट्रैक से यह दूर हो जाते हैं, लेकिन ट्रेन की आवाजाही के बीच यही बेपरवाही लोगों की जान पर भारी पड़ रही है। उत्तर रेलवे के दिल्ली मंडल में ट्रेन की चपेट में आने से हर दिन औसत पांच लोग जान गंवा रहे हैं। दिल्ली-शाहदरा और दिल्ली-रोहतक रूट पर ट्रेनें घनी बसावट के बीच से गुजरती है, वहां हादसों की संख्या सर्वाधिक है। इसके बावजूद लोग रेलवे ट्रैक पर मौज मस्ती करते नजर आते हैं।
हादसे रोकने के लिए उठाए गए कदम
- लोगों को जागरूक करने के साथ ही गलत तरीके से रेलवे लाइन पार करने पर रेलवे एक्ट के तहत कार्रवाई की जाती है।
- कार्यशाला का आयोजन का लोगों को जागरूक किया जा रहा। अतिक्रमण हटाने के लिए अभियान चलाया जाता है।
- फैक्ट्री में काम करने वाले लोगों को रेलवे लाइन पार करने से रोकने के लिए जागरूक किया जाता है।
- गलत तरीके से रेलवे लाइन पार करने से रोकने के लिए अतिरिक्त कर्मचारियों की तैनाती की जा रही है।
आरपीएफ की सलाह, पार न करें रेलवे ट्रैक
दिल्ली मंडल की वरिष्ठ सुरक्षा आयुक्त प्रियंका शर्मा ने कहा कि हादसे रोकने के लिए आरपीएफ हर स्तर काम कर रही है। हाट स्पॉट वाले क्षेत्रों की पहचान कर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। लोगों से अपील है कि वह किसी भी कीमत पर ट्रैक पार न करें।