गाजियाबाद से नोएडा एयरपोर्ट तक दौड़ेगी हाईस्पीड रेल, बीच में पड़ेंगे 25 स्टेशन; जानें कब होगी शुरू

Update: 2024-02-24 06:20 GMT

हाईस्पीड रैपिड रेल चुनिंदा स्टेशनों पर ही रुकेगी, इसके लिए अलग से लूप का निर्माण किया जाएगा। प्रथम चरण में 25 स्टेशन होंगे, भविष्य में इनकी संख्या 38 हो सकती है। पूर्व में तैयार की गई फिजिबिलिटी रिपोर्ट और डीपीआर के एलाइनमेंट में मामूली परिवर्तन किया गया है।

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट और इंदिरा गांधी एयरपोर्ट के बीच जल्द ही दूरी कम हो जाएगी। हाईस्पीड रैपिड रेल से करीब 45 मिनट में सफर पूरा किया जा सकेगा। ट्रेन की गति 140 किमी प्रति घंटे रहेगी। नोएडा एयरपोर्ट को रैपिड रेल (नमो भारत)/मेट्रो से जोड़ने के लिए गाजियाबाद वाया ग्रेनो वेस्ट, सूरजपुर, परी चौक और यीडा सिटी रूट की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार कर ली गई है।

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) चार अप्रैल तक यमुना प्राधिकरण को डीपीआर सौंपेगा। नोएडा एयरपोर्ट और गाजियाबाद के बीच चलने वाली रैपिड रेल और मेट्रो का संचालन एनसीआरटीसी करेगा। ऐसा पहली बार होगा, जब मेट्रो का संचालन एनसीआरटीसी करेगा।

हाईस्पीड रैपिड रेल चुनिंदा स्टेशनों पर ही रुकेगी, इसके लिए अलग से लूप का निर्माण किया जाएगा। प्रथम चरण में 25 स्टेशन होंगे, भविष्य में इनकी संख्या 38 हो सकती है। पूर्व में तैयार की गई फिजिबिलिटी रिपोर्ट और डीपीआर के एलाइनमेंट में मामूली परिवर्तन किया गया है।

डीपीआर के मुताबिक, गाजियाबाद से नोएडा एयरपोर्ट के बीच 25 स्टेशन होंगे। इनमें 11 स्टेशन रैपिड रेल के और 14 स्टेशन मेट्रो के होंगे। अहम बात यह है कि रैपिड रेल और मेट्रो एक ही ट्रैक पर दौड़ेगी। इस रूट पर चलने वाले मेट्रो में तीन और रैपिड रेल में आठ डिब्बे होंगे। रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) का सबसे बड़ा केंद्र सराय काले खां में है और दूसरा गाजियाबाद में है।

हाईस्पीड रैपिड रेल के लिए बनेगा लूप

नोएडा एयरपोर्ट और इंदिरा गांधी एयरपोर्ट दिल्ली के बीच कम समय में सफर पूरा किया जा सके, इसके लिए एयरपोर्ट के लिए स्पेशल हाईस्पीड रैपिड रेल चलाई जाएगी। स्टेशन पर लूप का निर्माण किया जाएगा, ताकि हाईस्पीड रैपिड रेल बिना रुके एयरपोर्ट पहुंच सकें। हाईस्पीड रैपिड रेल कुछ चुनिंदा स्टेशनों पर ही रुकेगी।

वर्ष 2031 तक पूरा करने का लक्ष्य

गाजियाबाद से नोएडा एयरपोर्ट तक 72.2 किमी लंबे एलिवेटेड रूट के निर्माण का लक्ष्य 2031 रखा गया है। इसके निर्माण पर लगभग 16,189 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। इसमें केंद्र सरकार की हिस्सेदारी 20, राज्य सरकार की 50 और नायल की 30 फीसदी होगी। इस रूट पर वर्ष 2031 में 2.95 लाख, वर्ष 2041 में 5.23 लाख, वर्ष 2051 में 6.32 लाख और साल 2055 में 6.71 लाख राइडरशिप होगी।

गाजियाबाद और नोएडा एयरपोर्ट के बीच होंगे स्टेशन

  1. सिद्धार्थ विहार (गाजियाबाद)
  2. गाजियाबाद साउथ
  3. ग्रेटर नोएडा वेस्ट सेक्टर-16 सी गौड़ सिटी के आसपास
  4. ग्रेटर नोएडा वेस्ट चारमूर्ति चौक
  5. इकोटेक-12
  6. ग्रेटर नोएडा वेस्ट सेक्टर-दो
  7. ग्रेटर नोएडा वेस्ट सेक्टर-तीन
  8. ग्रेटर नोएडा वेस्ट सेक्टर-10
  9. ग्रेटर नोएडा वेस्ट सेक्टर-12
  10. नॉलेज पार्क-पांच
  11. पुलिस लाइन सूरजपुर
  12. सूरजपुर
  13. मलकपुर
  14. इकोटेक-दो
  15. नॉलेज पार्क-तीन
  16. गामा-एक
  17. परी चौक
  18. ओमेगा-दो
  19. पाई-तीन
  20. इकोटेक-आईई
  21. इकोटेक-छह
  22. दनकौर
  23. यीडा नॉर्थ सेक्टर- 18
  24. यीडा सेंट्रल (सेक्टर-21 और 35)
  25. नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट
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