पान मसाला की चार कंपनियों से 20 करोड़ का माल जब्त, GST टीम ने 24 घंटे तक चलाया सर्च ऑपरेशन

Update: 2024-03-16 03:14 GMT

इन कंपनियों के पांच ठिकानों पर 24 घंटे तक चले सर्च ऑपरेशन में 15 से 20 करोड़ रुपये की कर चोरी की आशंका जताई जा रही है। जांच टीमों ने 20 करोड़ रुपये से ज्यादा का माल जब्त किया है।

राजश्री, कमला पसंद ब्रांड के नाम से पान मसाला और तंबाकू उत्पाद बनाने वाली चार कंपनियों के तकरीबन 15 ठिकानों पर केंद्रीय जीएसटी विभाग की टीम लगातार दूसरे दिन शुक्रवार को भी जांच में जुटी रही। इन कंपनियों के पांच ठिकानों पर 24 घंटे तक चले सर्च ऑपरेशन में 15 से 20 करोड़ रुपये की कर चोरी की आशंका जताई जा रही है। जांच टीमों ने 20 करोड़ रुपये से ज्यादा का माल जब्त किया है। साथ ही, कई अहम दस्तावेज भी टीम साथ ले गई हैं।

विभाग के अपर आयुक्त डीडी मंगल ने बताया कि बृहस्पतिवार शाम पांच बजे एक साथ बुलंदशहर औद्योगिक क्षेत्र स्थित केपी खैनी, के फ्लेवर्स और जयश्री ट्रेडर्स के अलावा साहिबाबाद स्थित केपी टोबेको नामक कंपनियों की फैक्टरी और गोदाम सहित इनके जुड़े कुल 15 ठिकानों पर एक साथ छापा मारा था। रातभर जांच टीमें दस्तावेज खंगालने में जुटी रहीं। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि बिना बिल के माल बेचा जा रहा था। बिना बिल से सप्लाई करके करोड़ों रुपये की जीएसटी चोरी की गई और राजस्व की क्षति पहुंचाई। जांच के दौरान गोदाम और फैक्टरी में भंडारित कच्चे और तैयार माल से संबंधित दस्तावेज मांगने पर कंपनी के अधिकारी नहीं दिखा पाए। तंबाकू उत्पादों से लदे दो ट्रक भी कब्जे में लिए गए हैं।

फर्जी निदेशकों की भी आशंका

जांच के दायरे में आई कंपनियों से जुड़े निदेशकों की जानकारी जुटाई गई है। हर कंपनी में दो या इससे अधिक निदेशक बताए गए हैं। इनके फोन नंबरों पर जांच टीमों ने संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन सभी के फोन स्विच ऑफ मिले। ऐसे में आशंका यह भी जताई जा रही है कि टैक्स चोरी करने के लिए कागजों में फर्जी निदेशक बना दिए गए हों।

हैवी ड्यूटी से बचने के लिए कर चोरी का खेल

जीएसटी ढांचे में ऐल्कॉहॉल (शराब) और तंबाकू जैसी नुकसानदेह चीजें बनाने वाले उद्योग को सिन टैक्स (अनिष्ट कर) के रूप में अतिरिक्त कर का भुगतान करना होता है। तंबाकू, जर्दा जैसे उत्पादों पर एमआरपी के आधार पर 70 से 80 फीसदी तक ड्यूटी लगाई जाती है। इससे बचने के लिए तंबाकू उत्पादों बनाने वाली कई कंपनियों में बड़े स्तर पर जीएसटी चोरी पकड़ी जा चुकी है। इस साल जनवरी में ही केंद्रीय जीएसटी की टीम ने साहिबाबाद में एक कंपनी पर छापा मारकर 10 करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी पकड़ी थी।

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