NCR में दिल्ली रही सर्वाधिक प्रदूषित, AQI 421 दर्ज; 24 इलाकों में हवा गंभीर श्रेणी में

By :  SaumyaV
Update: 2023-11-07 09:38 GMT

राजधानी गैस चैंबर बन गई है। ऐसे में दिल्लीवासियों की सांसों पर संकट बरकरार है। एनसीआर में सोमवार को दिल्ली सर्वाधिक प्रदूषित रही। यहां वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 421 दर्ज किया गया। हालांकि, रविवार के मुकाबले 33 अंकों की गिरावट दर्ज की गई, लेकिन लोगों को प्रदूषण से राहत नहीं मिली। 

जहांगीरपुरी व वजीरपुर समेत 24 इलाकों में हवा गंभीर श्रेणी में रही। सुबह से ही स्मॉग की चादर छाई नजर आई। दिल्ली में समग्र रूप से हवा गंभीर श्रेणी में दर्ज की गई। कमोबेश यही स्थिति बृहस्पतिवार तक बने रहने का अनुमान है। एनसीआर में दिल्ली के बाद ग्रेटर नोएडा की हवा अधिक प्रदूषित रही। दिल्ली में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) का चौथा चरण लागू है।


जहांगीरपुरी में सबसे अधिक एक्यूआई

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक, दिल्ली में सोमवार को 24 इलाकों में एक्यूआई गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया। वहीं, रविवार के मुकाबले चार इलाकों में गिरावट दर्ज की गई। पांच इलाकों में हवा बेहद खराब रही। इसमें जहांगीरपुरी में 458, वजीरपुर में 455, पटपड़गंज में 453, पंजाबी बाग में 450, आरके पुरम में 447, रोहिणी में 445 एक्यूआई दर्ज किया गया। मुंडका में 439, आनंद विहार में 433 समेत कई इलाकों में एक्यूआई गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया। डीटीयू में 398 व जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 362 समेत छह इलाकों में एक्यूआई बेहद खराब श्रेणी में रहा।

बृहस्पतिवार तक खतरनाक श्रेणी में पहुंच सकती है हवा

भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) के मुताबिक, सोमवार को हवाएं पश्चिम-उत्तर पश्चिम व उत्तर-पूर्वी दिशा की ओर से चलीं। इस दौरान हवा की गति 4 से 8 किलोमीटर प्रतिघंटा रही, जोकि बेहद कम गति है। मंगलवार को हवाएं उत्तर-पश्चिम दिशा से चलने का अनुमान है। इस दौरान हवा की गति 4 से 10 किलोमीटर प्रतिघंटा रहेगी। ऐसे में हवा खतरनाक श्रेणी में पहुंचने का अनुमान है। वहीं, सुबह स्मॉग छाए रहने की आशंका है। बुधवार को हवाएं उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर से चलेंगी। हवा की चाल 4 से 12 किलोमीटर प्रतिघंटे रहने का अनुमान है। बृहस्पतिवार तक हवा खतरनाक श्रेणी में पहुंच सकती है। सफर इंडिया के मुताबिक, सोमवार को दिल्ली में पीएम 2.5 की मात्रा लगभग 249 दर्ज की गई, जोकि खराब श्रेणी में है। पीएम 10 की मात्रा करीब 389 दर्ज की गई, जोकि बेहद खराब स्तर है।

प्रदूषण की रोकथाम के लिए विभाग एजेंसियों के साथ मिलकर करें काम: उपराज्यपाल, रोकथाम कार्य की समीक्षा की

दिल्ली में प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने सभी विभागों को एजेंसियों के साथ मिलकर काम करने का आदेश दिया। सोमवार को उपराज्यपाल ने विभिन्न विभागों, एजेंसियों, नागरिक निकायों के कामों का जायजा लिया। एलजी सुबह लाल किले के पीछे-राजघाट से आईटीओ तक, प्रगति पावर प्लांट से आईपी एस्टेट तक और रिंग रोड पर सराय काले खां के पास मिलेनियम पार्क तक का दौरा किया। इस दौरान फुटपाथ, सेंट्रल वर्ज और पावर यार्ड का निरीक्षण किया।

प्रगति पावर प्लांट और मिलेनियम बस डिपो के पास एलजी ने धूल की मोटी परत पाई। इस पर एलजी ने अधिकारियों को तुरंत फुटपाथ और सड़कों की सफाई कराने का निर्देश दिया। मैकेनिकल रोड स्वीपरों से धूल रोकने के लिए किए जा रहे कार्यों का निरीक्षण करते हुए उन्होंने पाया कि इस मशीन से धूल उड़ने की वजह से प्रदूषण बढ़ रहा है और इसको रोकने के लिए पानी के छिड़काव पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने मोबाइल एंटी-स्मॉग गन का भी जायजा लिया।उपराज्यपाल ने पीडब्ल्यूडी, एमसीडी, डीडीए आदि के अधिकारियों को तुरंत फुटपाथों, पावर प्लांट और बस डिपो के यार्डों को धूल मुक्त रखने का निर्देश दिया।

वाहनों की सख्ती से जांच के निर्देश

सक्सेना ने परिवहन विभाग और दिल्ली पुलिस को सख्ती से ग्रैप-4 के तहत प्रतिबंधित वाहनों को सड़कों पर उतरने की अनुमति न दिए जाने को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने अन्य राज्यों से दिल्ली में प्रवेश करने और प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों की एंट्री प्वाइंट्स पर ही जांच को लेकर सख्ती बरतें। उपराज्यपाल ने लोगों से प्रदूषण कम करने वाले सभी उपाय करने, विशेषकर सार्वजनिक परिवहन का अधिकतम उपयोग करने की भी अपील की।

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