मध्यप्रदेश: आचार संहिता लगने से पहले 125 सीटों का एलान कर सकती है भाजपा, जानें पार्टी ने बनाई क्या रणनीति
मिशन 2023 में जीत हासिल करने के लिए मध्य प्रदेश में बीजेपी उम्मीदवार चयन और प्रचार के लिए नई रणनीति अपनाने जा रही है. राज्य में आचार संहिता लागू होने से पहले तीन किस्तों में भाग 125 उम्मीदवारों की घोषणा की जाएगी. इसके अलावा पार्टी सभी 230 विधानसभा सीटों पर प्रचार और बड़े नेताओं की चुनावी सभाएं भी कराएगी. ताकि चुनाव खर्च को कम किया जा सके. इसके बाद पार्टी आखिरी दौर तक हाई-प्रोफाइल, कांटेदार और मंत्री पद की सीटों पर फैसला करेगी.
जानकारी के मुताबिक बीजेपी कई सीटों पर चौंकाने वाले और नए चेहरे उतारेगी. पार्टी इस प्रयोग और पैटर्न को देश के अन्य राज्यों के विधानसभा चुनावों के साथ 2024 के लोकसभा चुनाव में मध्य प्रदेश में भी अपनाएगी. दरअसल, बीजेपी की रणनीति चुनाव की घोषणा के बाद और पहले दिन से ही बढ़त बनाए रखने के साथ-साथ मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस पर मानसिक दबाव बनाने की है. पार्टी सूत्रों का कहना है कि यह पहली बार है कि पार्टी ने करीब 100 दिन पहले इतनी तेजी से 39 उम्मीदवारों की सूची जारी की है. पार्टी को 103 सीटों का नुकसान हुआ है. इन सबके साथ ही कुछ सीटें ऐसी भी हैं जहां उम्मीदवारों के नाम को लेकर असहमति है. इसलिए चुनाव आचार संहिता लागू होने से पहले ऐसी करीब 125 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा तीन किस्तों में की जाएगी.
पार्टी 2018 की गलतियों से सबक ले रही है
पार्टी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि 2018 के चुनाव नतीजों और गलतियों से सबक लेते हुए पार्टी ने इस बार अपनी चुनावी रणनीति पूरी तरह से बदल दी है. पार्टी ने कई टीमों को अलग-अलग मोर्चों पर तैनात कर आक्रामक तरीके से काम करना शुरू कर दिया है. चुनावी घोषणापत्र जारी होने से पहले ही पार्टी नेता और सीएम घोषणाएं करते नजर आ रहे हैं. पार्टी ने तय किया है कि आचार संहिता लागू होने से पहले सभी क्षेत्रों में घर-घर दस्तक और बड़े नेताओं की चुनावी सभाओं का आधा काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.
हाईकमान लगातार फीडबैक ले रहा है
इस बार विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने संचालन और प्रबंधन के सारे बिंदु अपने हाथ में रखे हैं. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह चुनाव से जुड़ी हर गतिविधियों पर नजर बनाए हुए हैं. चुनाव में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर संयोजक, भूपेन्द्र यादव और अश्विनी वैष्णव चुनाव प्रभारी की भूमिका में हैं. ये सभी लोग खुद चुनावी सर्वे रिपोर्ट का अपडेट लेने के साथ-साथ जनसभाओं और वोटरों के बीच भी जाते नजर आ रहे हैं.
अक्टूबर में लग सकती है आचार संहिता
2018 में चुनाव आयोग ने 6 अक्टूबर को मध्य प्रदेश समेत अन्य राज्यों के विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया था. इसी दिन से राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू हो गयी. राज्य में 28 नवंबर को एक साथ वोटिंग हुई थी. वोटों की गिनती 11 दिसंबर को हुई थी.|