दिल्ली-NCR में फिर लगे भूकंप के तेज झटके, 5.6 रही तीव्रता
दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद में एक बार फिर भूकंप के झटके लगे हैं. पिछले तीन दिनों में दूसरी बार भूकंप आया है, जिससे लोग सहम गए हैं. भूकंप के झटके 4 बजकर 18 मिनट पर लगे हैं, जिसकी रिक्टर पैमाने पर तीव्रता 5.6 रही. इससे पहले शुक्रवार को नेपाल में 6.4 तीव्रता का भूकंप आया था
दिल्ली-एनसीआर में एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. पिछले तीन दिनों में दूसरी बार भूकंप आया है, जिससे लोग सहम गए हैं और वे अपने घरों और दफ्तरों से बाहर निकलकर खाली मैदान में पहुंच गए. भूकंप के झटके 4 बजकर 18 मिनट पर लगे हैं, जिसकी रिक्टर पैमाने पर तीव्रता 5.6 रही. इसका केंद्र नेपाल रहा है और गहराई 10 किलोमीटर थी. फिलहाल किसी भी जानमाल के नुकसान की खबर सामने नहीं आई है.
बीते दिन मणिपुर के चुराचांदपुर में 3.1 तीव्रता का भूकंप आया था. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NSC) ने बताया था कि धरती शाम 5:42 पर हिली. वहीं, इससे पहले दिन में, उत्तर प्रदेश के अयोध्या में देर रात 1 बजे 3.6 तीव्रता का भूकंप आया था. इससे पहले शुक्रवार को नेपाल में 6.4 तीव्रता का भूकंप आने से दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) और उत्तर भारत के कुछ अन्य हिस्सों में झटके महसूस किए गए थे.
नेपाल में 230 से अधिक लोगों की हुई मौत
शुक्रवार को आए भूकंप का केंद्र काठमांडू से लगभग 550 किलोमीटर दूर जाजरकोट जिले के रामिदंडा में था. इस भूकंप ने जमकर तबाही मचाई. जाजरकोट और रुकुम पश्चिम के दो जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हुए. जाजरकोट में कम से कम 105 लोग मारे गए और इतनी ही संख्या में घायल हुए. रुकुम वेस्ट में 52 लोगों की मौत हुई और 85 घायल होने की सूचना है.
भूकंप शुक्रवार की आधी रात यानी 11:47 बजे पर आया था. ये ऐसा समय होता है जब अधिकतर परिवार सो रहे होते हैं. तभी अचानक आए भूकंप ने नेपाल को हिला दिया. ये 2015 के बाद से नेपाल में सबसे घातक भूकंप था. इससे पहले रिक्टर पैमाने पर 7.8 और 7.3 तीव्रता वाले दो भूकंप आए थे, जिनमें लगभग 8,000 लोग मारे गए थे.
नेपाल के साथ खड़ा है भारत- पीएम मोदी
भूकंप से हुए नेपाल में नुकसान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर संभव सहायता देने की बात कही थी. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा था कि नेपाल में भूकंप के कारण जानमाल की हानि और क्षति से वे बेहद दुखी हैं. भारत-नेपाल के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है और हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है. हमारी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं और हम घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं.|