Bihar : नॉर्थ ईस्ट हादसे की जिम्मेदारी, वंदे भारत को उड़ाने की धमकी का सच खुला; रंजिश में चौंकाने वाली साजिश

Update: 2023-11-06 05:39 GMT

बक्सर में हुए नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस ट्रेन हादसे की जिम्मेदारी लेने और वंदे भारत, राजधानी एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों का भी ऐसा ही हश्र करने की धमकी के नाम पर डेढ़ करोड़ मांगने वाली चिट्ठी का राज जानकर पुलिस भी चौंक गई। शिक्षक ने यह साजिश रची थी।

आदमी किसपर भरोसा करे और किस बात पर चिंतित हो भला! नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस जैसे भीषण रेल हादसे को लेकर भी बिहार के एक शिक्षक ने भद्दा मजाक किया था। पुलिस की जांच में जब वंदे भारत एक्सप्रेस, राजधानी एक्सप्रेस, शताब्दी जैसी ट्रेनों को लेकर धमकी का राज खुला तो शिक्षक तक पहुंचकर पुलिस भी चौंक गई। सामने आया कि नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस को नमूना बताते हुए इन ट्रेनों को निशाना बनाने की बात लिख डेढ़ करोड़ रंगदारी मांगने वाली चिट्ठी एक शिक्षक ने दूसरे शिक्षक को फंसाने के लिए लिखी थी। धमकी भरी चिट्ठी में नाम-मोबाइल नंबर होने के कारण पुलिस तह तक पहुंच गई, वरना ढूंढ़ना आसान नहीं होता।


लेटर के जरिए डेढ़ करोड़ रुपये की डिमांड की गई

रेल डीएसपी सुशांत कुमार चंचल के अनुसार, स्टेशन प्रबंधक को एक लेटर मिल था। इसमें धमकी देते हुए डेढ़ करोड़ रुपये की डिमांड की गई थी। लेटर में लिखा गया था कि रकम नहीं देने पर वंदे भारत, राजधानी, जनशताब्दी ट्रेन नहीं बचेगी। पहले लेटर की अनदेखी करने पर आपलोग नार्थ-ईस्ट का हाल देख ही चुके होंगे। इसके बाद रेल प्रशासन दंग रह गई। फौरन मामले में केस दर्ज किया और छानबीन में जुट गई।


4 माह पहले कामता प्रसाद जेल गया था

पूछताछ के दौरान कमलदेव ने बताया कि यह काम बहादुरपुर निवासी कामता प्रसाद का है। वह पटना सिटी के एक स्कूल में पढ़ाता है। जेल भेजनवाने के लिए कामता प्रसाद ने यह साजिश रची। इसके बाद पुलिस कामता प्रसाद के घर पहुंची। जांच के दौरान मिले सबूत और कामता प्रसाद से पूछताछ के आधार पर पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। पुलिस का कहना है कि बिहार राज्य आवास बोर्ड की जमीन मामले में करोड़ों रुपये के गबन की बात सामने आई थी। इस आरोप में 4 माह पहले कामता प्रसाद जेल गया था। कुछ दिन पहले वह जमानत पर बाहर आया था।

कमलदेव ने बताया- उसने यह चिट्ठी नहीं लिखी

रेल पुलिस ने इसके लिए विशेष टीम का गठन किया। लेटर में लिखे मोबाइल नंबर का लोकेशन और डिटेल निकाला गया। पता चला कि पटना के रामकृष्णानगर निवासी कमलदेव सिंह का यह नंबर था। शनिवार की रात रेल पुलिस ने कमलदेव के घर पहुंची। इसके बाद उससे पूछताछ की। इसके बाद कमलदेव ने जो खुलासा किया, वह चौंकाने वाला था। कमलदेव ने बताया कि उसने यह चिट्ठी नहीं लिखी। रेल पुलिस ने प्रमाण के लिए उसकी लिखावट और लेटर की लेखनी की जांच की, लेकिन यह मेल नहीं खाया। 

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