हॉन्गकॉन्ग में इतिहास की सबसे बड़ी आतिशबाजी तो गाजा में तबाही, जानें कहां कैसे हुई नए साल की शुरुआत

By :  SaumyaV
Update: 2024-01-01 08:15 GMT

साल 2023 विदा हो गया है और नए साल 2024 का आगाज हो गया है। दुनियाभर में नए साल का जश्न मनाया जा रहा है। दुनिया में जैसे ही रात के 12 बजे लोगों ने एक दूसरे को नए साल की शुभकामनाएं दी और जमकर सेलिब्रेशन शुरू कर दिया। कई जगह आतिशबाजी हुई और लोगों में काफी उत्साह नजर आया। दुनियाभर में लोग उत्सव मना रहे हैं और नए साल का लुफ्त उठा रहे हैं। हालांकि, इस बीच एक ऐसी भी जगह है, जहां के लोग खाना और आश्रय ढूंढ रहे हैं। आइए जानते हैं दुनिया भर में किस तरह से 2023 को विदाई दी गई और नए साल का जश्न मनाया गया। 

न्यूजीलैंड में सबसे पहले नया साल 

कुछ देशों में भारत से कुछ घंटे पहले ही 2024 का स्वागत किया गया। भारतीय समय के मुताबिक, 31 दिसंबर की शाम 4:30 बजे न्यूजीलैंड में सबसे पहले नया साल मनाया गया। घड़ी का कांटा जैसे ही 12 के पार गया, न्यूजीलैंड के ऑकलैंड में स्काई टावर पर 10 सेकेंड के काउंट डाउन के बाद आतिशबाजी शुरू हुई। यह पांच मिनट तक चली। बता दें, इसके लिए छह महीने पहले से तैयारी की जा रही थी। 

नए साल पर हॉन्गकॉन्ग में अब तक की सबसे बड़ी आतिशबाजी हुई। यहां ‘न्यू ईयर न्यू लीजेंड’ थीम पर 12 मिनट तक आतिशबाजी का कार्यक्रम हुआ। इस दौरान हाईराइज बिल्डिंग्स की छतों से भी एकसाथ आतिशबाजी की गई।

सिडनी के हार्बर ब्रिज का देखने लायक नजारा 

बात करते हैं सिडनी की। यहां के प्रसिद्ध हार्बर ब्रिज और ओपेरा हाउस के पास भी ऑकलैंड के स्काई टॉवर जैसा नजारा देखने को मिला। हार्बर ब्रिज और ओपेरा हाउस के पास 12 मिनट चली आतिशबाजी के दौरान पटाखे जलाए गए। इसकी तैयारियां 15 महीने से की जा रही थी। 

हमास और इस्राइल के बीच चल रहे युद्ध से गाजा पट्टी सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। ऐसे में नया साल लोगों के लिए कुछ ज्यादा तो नहीं पर थोड़ी बहुत ही राहत की उम्मीद लेकर आया है। जहां एक तरफ कुछ देशों में नए साल का जश्न मनाया जा रहा था, तो वहीं यहां के लोग आश्रय, भोजन और पानी खोजने में व्यस्त थे। इस्राइल के हमले में अपने लोगों और घर को खोने वाले एक अधेड़ उम्र के फलस्तीनी अबू अब्दुल्ला अल-आगा ने कहा कि 2024 में मैं अपने घर के मलबे में वापस जाना चाहता हूं, एक तंबू लगाना चाहता हूं और वहां रहना चाहता हूं।

जापान में मना नया साल 

जापान में परंपरा के मुताबिक नए साल पर बौद्ध मंदिरों में 108 बार घंटी बजाई जाती है। इसके लिए टोक्यो में त्सुकिजी मंदिर के बाहर हजारों लोग जमा हुए। इस दौरान लोगों को गर्म दूध और सूप दिया गया।

चीन में वॉयलिन की धुन के साथ नया साल मनाया गया। 

ईयर की रात में दुबई का बुर्ज खलीफा हर साल चमकता है। इस बार भी दुनिया की सबसे ऊंची बिल्डिंग बुर्ज खलीफा पर साल 2024 का शानदार स्वागत किया गया। इसी तरह सऊदी अरब में भी नए साल का जश्न मनाया गया। यहां हजारों ड्रोन्स के साथ 2024 का स्वागत हुआ। साथ में आतिशबाजी भी की गई।

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