अंग्रेज लोगों की आंखें मुझको अधिकतर नीली सी दिखीं...
सिंदबाद ट्रैवल्स-35
इंग्लैंड-लंदन
सुबह मैं जल्दी ही उठ कर तैयार हो गया था। दरअसल जल्दी उठने से common toilet और common bathroom का उपयोग सुविधाजनक हो जाता था। सुबह 9 बजे तक मैं यूथ हॉस्टल से निकल लिया था। सबसे पहले रोज की भांति मैंने टेलीफोन बूथ से घर यानी कि फिरोजाबाद फोन किया। जब लंदन में सुबह के 9 बजे थे तो फिरोजाबाद/भारत में दोपहर के 1:30 बज रहे थे। गर्मियों के समय में भारत और इंग्लैंड के समय में 4:30 घंटे का फर्क रहता है और winter time में 5:30 घंटे का, इसका मतलब है कि भारत का समय इंग्लैंड से इतना आगे रहता है। इंग्लैंड में विंटर टाइम अक्टूबर के आखिरी इतवार से मार्च माह के अंतिम रविवार तक लागू रहता है। जाड़ों में समय एक घंटा आगे कर देने से इन ठंडे देशों में सुबह ऑफिस, स्कूल आदि जाना वास्तव में तो एक घंटा देरी से हो जाता है किंतु घड़ी के अनुसार पहुंचने का समय यानी कि समय वही रहता है, हमेशा जैसा। हमारे देश भारत में गर्मी और जाड़े सभी मौसमों में भारतीय मानक समय एक सा ही रहता है, हमारे यहां इस प्रकार के किसी समय परिवर्तन की व्यवस्था नहीं है बल्कि इसके स्थान पर स्कूलों और दफ्तरों के खुलने बंद होने के समय में आवश्यकतानुसार परिवर्तन कर देने का रिवाज है।
भूगोल के अनुसार सारे विश्व के अक्षांश (latitude) और देशांतर (longitude) में बंटे होने की धारणा बनाई गयी है। माना जाता है कि आमतौर पर एक देशांतर रेखा से दूसरी पर जाने पर समय में लगभग 4 मिनट का फर्क हो जाता है। इंग्लैंड का टाइम ग्रीनविच पर गुजरने वाली देशांतर रेखा जो कि 0 डिग्री की मानी गयी है उस से है और भारत का मानक समय (Indian Standard Time) 82.5 डिग्री पूर्व की देशांतर रेखा से है जो इलाहाबाद के निकट मिर्जापुर के पश्चिम से होकर गुजरती है। हवाई जहाज, पानी के जहाज और अन्य सभी परिवहन के साधन और अन्य मामलों में भी जगह की सही location के लिए सबसे सटीक उपयोग Coordinates यानी कि अक्षांश और देशांतर द्वारा बताने का है। उदाहरण के लिए मेरे शहर फ़िरोज़ाबाद के को-ऑर्डिनेट्स 27.15degree North & 78.39 degree E, जबकि दिल्ली के 28.70degree North & 77.10 degree East हैं। काहिरा जहां मैं लंदन के पहले था वहां के कोऑर्डिनेट्स 30.04 degree North & 31.23 degree East थे।
लंदन के कोऑर्डिनेट्स 51.50 degree North & 0.12 degree West हैं। इसका मतलब हुआ कि ये सभी स्थान पृथ्वी के उत्तरी गोलार्ध यानी कि North में स्थित हैं। फिरोजाबाद, दिल्ली, दुबई, दोहा, आबूधाबी, बहरीन, काहिरा आदि ग्रीनविच से पूर्व East में और लंदन गोलार्ध के पश्चिमी भाग में यानी कि ग्रीनविच से पश्चिम West में स्थित है। आप में से कुछ पाठकगण ये सोच रहे होंगे कि मैं आज ये समय और कोऑर्डिनेट्स का क्या किस्सा लिखने लगा। दरअसल बात ये है कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय के मध्यकालीन और आधुनिक इतिहास विभाग के वर्तमान विभागाध्यक्ष प्रोफेसर हेरम्ब चतुर्वेदी जी, जो यूनिवर्सिटी में मेरे सीनियर थे और मेरे अग्रज भी होते हैं, ने मुझसे कहा कि तुम अपने यात्रा वृतांत में स्थान के कोऑर्डिनेट्स भी लिखा करो, इस से तुम्हारे इस यात्रा वृतांत में भौगोलिक जानकारी का एक आयाम और जुड़ेगा, उनका ये सुझाव मुझको भी अच्छा लगा इसलिए अब से इसका भी ध्यान रखूंगा।
इंग्लैंड आते आते आते अब लोगों का रंग काफी गोरा दिखने लगा था यद्यपि लंदन में एशियाई और अफ्रीकी मूल के लोग भी काफी तादाद में दिख रहे थे। इंग्लैंड के आम लोगों की लंबाई मुझको सामान्य यानी कि 5 फुट से 5 फुट 10-11 इंच तक की अमूमन लगी। ये लोग बहुत पतले तो नहीं लेकिन अमूमन पतले हैं हालांकि कुछ कद के छोटे और कुछ स्थूलकाय भी दिखे। अंग्रेज लोगों की आंखें मुझको अधिकतर नीली सी दिखीं। बालों का रंग ब्लॉन्ड हुयर/सफेद/भूरे वाले ज्यादा दिखते हैं। अंग्रेज पुरुष सामान्यतः पैंट-कमीज या सूट पहनते हैं लेकिन महिलाएं आम तौर पर अपने लुक्स और पहनावे के प्रति सजग दिखीं। अंग्रेज लोग व्यवहार और बातचीत में अच्छे दिखे लिखे कई बार उनका दम्भ मानो उनकी सादगी के पीछे से झांकता दिख ही जाता था पर अमूमन लोग शिष्टाचारी और व्यवहार कुशल थे।
अगले अंक में चर्चा है प्रसिद्ध वैक्स म्यूजियम की...
लेखक अतुल चतुर्वेदी भारत से कांच हस्तशिल्प उत्पादों के पहले निर्माता निर्यातक एवं प्रमुख उद्योगपति हैं। प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता, इतिहास, संस्कृति, सामाजिक मुद्दों, सार्वजनिक नीतियों पर लेखन के लिए जाने जाते हैं। तीन दशक से अधिक वैश्विक यात्राओं के साक्षी।