Chandrayaan 3: चांद पर इस जगह उतरा था चंद्रयान 3, नासा के LRO ने ली खास तस्वीर

Update: 2023-09-06 09:27 GMT

भारत के चंद्रयान-3 मिशन की हर जगह चर्चा हो रही है. चांद की सतह पर सुरक्षित लैंडिंग के बाद चंद्रयान-3 लगातार अपने काम में लगा हुआ है. वैज्ञानिकों को नई-नई जानकारी मिल रही है। वहीं भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) भी आए दिन इससे जुड़ी तस्वीरें जारी कर रहा है. इस बीच अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी NASA ने भी एक खास तस्वीर शेयर की है.

तस्वीर 27 अगस्त को ली गई थी

नासा ने चंद्रमा की सतह पर उस स्थान की तस्वीर साझा की है जहां चंद्रयान-3 उतर रहा था। यह तस्वीर चंद्रमा पर ऐतिहासिक लैंडिंग के ठीक चार दिन बाद 27 अगस्त को चंद्रमा की कक्षा में चक्कर लगा रहे नासा के लूनर रिकॉनिसेंस ऑर्बिटर (एलआरओ) द्वारा ली गई थी। आपको बता दें, विक्रम लैंडर 23 अगस्त को शाम 6.04 बजे चंद्रमा पर उतरा था। चंद्रयान-3 चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास सफलतापूर्वक लैंडिंग करने वाला पहला अंतरिक्ष यान है।

इसरो ने तस्वीर भी शेयर की है

इससे पहले इसरो ने 5 सितंबर को विक्रम लैंडर की 3डी फोटो शेयर की थी। इसरो ने कहा था कि इस तस्वीर को देखने का असली मजा लाल और सियान रंग के 3डी ग्लास से आएगा। इस तस्वीर को प्रज्ञान रोवर ने लैंडर से 15 मीटर की दूरी यानी करीब 40 फीट की दूरी से क्लिक किया था।

अब नासा ने शेयर किया है

नासा ने सोशल मीडिया पर कहा कि चंद्रयान-3 की लैंडिंग साइट चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव से करीब 600 किलोमीटर दूर है. लैंडिंग के चार दिन बाद, एलआरओ ने लैंडर का तिरछा दृश्य, यानी 42 डिग्री का कोण प्राप्त किया। साथ ही कहा कि लैंडर के चारों ओर दिखाई देने वाली रोशनी लैंडर के धुएं के चंद्रमा की मिट्टी के संपर्क में आने के कारण होती है। नासा ने इस तस्वीर को 5 सितंबर को शेयर किया था.

लैंडर और रोवर को स्लीप मोड में डाल दिया गया

4 सितंबर को इसरो ने विक्रम लैंडर को स्लीप मोड में डाल दिया था। इससे पहले दो सितंबर को प्रज्ञान रोवर को स्लीप मोड में डाल दिया गया था। वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि विक्रम लैंडर 22 सितंबर 2023 को दोबारा जाग सकता है. स्लीप मोड में जाने से पहले लैंडर ने पेलोड के जरिए चंद्रमा पर नई जगहों की जांच की थी. इसके बाद ही विक्रम लैंडर को सो जाने का आदेश दिया गया. वर्तमान में सभी पेलोड बंद हैं। सिर्फ रिसीवर चालू है, ताकि बेंगलुरु से कमांड लेकर दोबारा काम कर सके।

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