सावधान! अब अपराधियो की खैर नहीं, शहर में आ चुके हैं डीसीपी राजेश, जानें ऐसी क्या खास बात है राजेश कुमार में
गाजियाबाद। गाजियाबाद के नये डीसीपी आईपीएस राजेश कुमार एक ऐसे अधिकारी हैं जो अपने सब ऑडिनेट्स के साथ खुद मोर्चा संभालते हैं। बहुत ही व्यवहारिक होने के साथ उनकी छवि एक कड़क और दबंग अधिकारी में है। अब तक वो सात जिलों में सीओ और आठ जिलों में एडिशनल एसपी की कमान संभाल चुके हैं। वर्तमान में वो पुलिस अधीक्षक भ्रष्टाचार निवारण लखनऊ में तैनात थे। शासन ने देर रात उन्हें गाजियाबाद जैसे महत्वपूर्ण जिले में डीसीपी बनाया है।
राजेश कुमार को एनकाउंटर स्पेशलिस्ट भी कहा जाता है। अबतक उन्होंने 82 एनकाउंटर किये हैं और 10 कुख्यात अपराधियों को मार गिराया है। जिस जिले में भी वो तैनात थे उस जिले में एनकाउंटर ना हो, ऐसा नहीं हुआ है। इलाहाबाद में तैनाती के दौरान छह सिपाहियों की हत्या का बदला उन्होंने ही लिया था। वह 2007 में वहां तैनात थे। फिरोजाबाद में तैनाती के दौरान कुख्यात अपराधी दुर्गेश का बड़ा आतंक था उसको भी मुठभेड़ में मार गिराया था। मेरठ में भी एसपी देहात के पद पर रहते हुए कुख्यात अपराधी को मुठभेड़ में मार गिराया था।
सहारनपुर में भी वो लंबे समय तक एसपी सिटी के पद पर तैनात रहे। गाजियाबाद से भी उनका पुराना अनुभव है। यही कारण है कि उन्हें गाजियाबाद जैसे महत्वपूर्ण जनपद में तैनाती दी है। राजेश कुमार जोनपुर के रहने वाले हैं और उनके भाई भी आईएएस हैं। वह शिक्षित परिवार से हैं। उनके पिता भी प्रिंसिपल रहे हैं।