शेख हसीना ने दर्ज की आम चुनावों में जीत; दो तिहाई बहुमत के साथ अवामी लीग सत्ता में
चुनाव आयोग के एक प्रवक्ता ने कहा कि मतदान शाम चार बजे समाप्त हो गया और मतगणना शुरू हो गई है। उन्होंने कहा कि हिंसा की छिटपुट घटनाओं के अलावा 300 निर्वाचन क्षेत्रों में से 299 में मतदान काफी हद तक शांतिपूर्ण रहा।
बांग्लादेश में हिंसक वारदातों व मुख्य विपक्षी दल बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के बहिष्कार के बीच रविवार को मतदान हुआ। मतगणना के दौरान बांग्लादेश चुनाव आयोग ने देर रात प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग के दो तिहाई बहुमत के साथ सत्ता में वापसी की पुुष्टि की। इसी के साथ शेख हसीना का पांचवी बार प्रधानमंत्री बनना तय हो गया है। आम चुनाव के लिए करीब 40 प्रतिशत मतदान हुआ। शेख हसीना लगातार चौथी बार प्रधानमंत्री का पद संभालेंगी। वह 1996 से 2001 तक भी पीएम रह चुकी हैं।
अभी मतों की गिनती जारी है। अवामी लीग की प्रमुख शेख हसीना गोपालगंज-3 निर्वाचन क्षेत्र से आठवीं बार संसद के लिए चुनी गईं। बीडी न्यूज24 की रिपोर्ट के अनुसार 76 वर्षीय हसीना को 249,965 वोट मिले, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी बांग्लादेश सुप्रीम पार्टी के एम निजामुद्दीन लश्कर को सिर्फ 469 वोट मिले। वर्ष 2018 में करीब 80 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने अधिकार का उपयोग किया था। मतदान सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक चला। अनियमितताओं पर सात मतदान केंद्रों पर मतदान स्थगित कर दिया गया है। चुनाव आयोग ने एक पुलिस अधिकारी को धमकाने पर चट्टोग्राम में सत्तारूढ़ दल के प्रत्याशी की उम्मीदवारी रद्द कर दी है। ढाका के हजारीबाग और चट्टोग्राम में एक मतदान केंद्र के पास दो देसी बम धमाके हुए। इनमें एक बच्चा सहित चार लोग घायल हो गए।
हम बहुत सौभाग्यशाली...भारत हमारा भरोसेमंद मित्रः हसीना
इस बीच पीएम शेख हसीना ने एक सवाल के जवाब में कहा, हम बहुत सौभाग्यशाली हैं। भारत हमारा भरोसेमंद मित्र है। मुक्ति संग्राम (1971) के दौरान, वर्ष 1975 के बाद भारत ने हमारा समर्थन किया...जब हमने अपना पूरा परिवार- पिता, मां, भाई, हर कोई (सैन्य तख्तापलट में) खो दिया था और केवल हम दो (हसीना और उनकी छोटी बहन रिहाना) बचे थे भारत ने हमें शरण भी दी। इसलिए हम भारत के लोगों को शुभकामनाएं देते हैं।
सबसे लंबे समय तक शासन करने वाली पहली महिला पीएम हैं हसीना
रविवार को हुए आम चुनाव में भारी मतों से जीत दर्ज करने वाली शेख हसीना विश्व की सबसे लंबे समय तक शासन करने वाली महिला प्रधानमंत्री हैं। हसीना पहले 1996 से 2001 तक प्रधानमंत्री रहीं। इसके बाद वर्ष 2009 से अब तक देश की प्रधानमंत्री हैं। वह श्रीलंका की भंडारनायके, भारत की इंदिरा गांधी जैसी महिला नेताओं से काफी आगे हैं। हसीना के अलावा सिरिमावो भंडारनायके 17 साल 208 दिन, इंदिरा गांधी 16 साल 15 दिन व मार्ग्रेट थैचर 11 साल 208 दिनों तक पीएम रही हैं।
साइबर हमले से कामकाज हुआ प्रभावित
चुनाव आयोग ने रविवार को कहा कि यूक्रेन और जर्मनी के हैकरों ने उनके ऐप पर साइबर हमला किया, जिससे देश में 12वें आम चुनाव के दौरान उसका कामकाज धीमा हो गया। मतदान की जानकारी देने वाला एप भी काम नहीं कर रहा है।
100 से ज्यादा विदेशी पर्यवेक्षकों ने रखी चुनाव पर नजर
27 सियासी दलों के 1,500 से अधिक उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे थे। इसके अलावा 436 निर्दलीय उम्मीदवार भी चुनाव लड़ रहे थे। कड़ी सुरक्षा के बीच हो रहे 12वें आम चुनाव पर 100 से अधिक विदेशी पर्यवेक्षकों ने नजर रखी, जिसमें तीन भारत के हैं। चुनाव के दौरान कानून और व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कानून प्रवर्तन एजेंसियों और सुरक्षा बलों के 7.5 लाख से अधिक सदस्यों को तैनात किया गया है।