4 साल बाद भारत लेगा 15वें 'BRICS' शिखर सम्मेलन में भाग

Update: 2023-08-22 11:18 GMT

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15वें BRICS शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए आज सुबह दक्षिण अफ्रीका के लिए रवाना हो चुके । वह 22 से 24 अगस्त तक जोहानिसबर्ग में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। 2019 के बाद पहली बार ब्रिक्स देशों ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के नेता एक मंच पर दिखाई देंगे। कोरोना महामारी और उसके बाद के वैश्विक रूकावट के उभरने के बाद वैयक्तिक रूप से आयोजित होने वाला पहला BRICS शिखर सम्मेलन होगा।

पीएम मोदी 24 अगस्त तक जोहानिसबर्ग में रहेंगे। इस दौरान वह चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात कर सकते हैं। सम्मेलन के बाद अफ्रीका आउटरीच और ब्रिक्स प्लस डायलॉग का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें दक्षिण अफ्रीका की ओर से आमंत्रित अन्य देश शामिल होंगे। पीएम मोदी जोहानिसबर्ग में मौजूद कुछ नेताओं के साथ द्विपक्षी बैठकें भी करेंगे।

दो देशों की यात्रा शुरू करने से पहले पीएम मोदी ने दिया बयान

दक्षिण अफ्रीका और ग्रीस की यात्रा पर रवाना होने से पहले पीएम मोदी ने एक बयान में कहा, 'मैं दक्षिण अफ्रीका की प्रत्यक्ष में जोहानिसबर्ग में आयोजित होने वाले 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा के बुलावे पर 22-24 अगस्त 2023 तक दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर रहूंगा। मैं जोहानिसबर्ग में मौजूद कुछ नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें करने के लिए भी उत्सुक हूं।'

अपनी ग्रीस यात्रा को लेकर पीएम मोदी ने कहा, 'ग्रीस के प्रधानमंत्री किरियाकोस मित्सोटाकिस के न्योते पर मैं 25 अगस्त 2023 को एथेंस की यात्रा करूंगा। इस प्राचीन देश की यह मेरी पहली यात्रा होगी। मुझे 40 वर्षों के बाद ग्रीस की यात्रा करने वाला पहला भारतीय प्रधानमंत्री होने का सम्मान प्राप्त हुआ है।'

ब्रिक्स समूह के विस्तार को लेकर भारत स्वीकारात्मक

दक्षिण अफ्रीका के जोहानिसबर्ग में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के पूर्व भारत ने कहा कि वह पांच सदस्यों वाले ब्रिक्स समूह के विस्तार को लेकर सकारात्मक है। विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने कहा, जहां तक ब्रिक्स के फैलाव का सवाल है, हम शुरू से ही स्पष्ट रहे हैं कि जब ब्रिक्स विस्तार की बात आती है तो हमारा इरादा निसंदेह और खुला है। उन्होंने बताया, अब तक 23 देशों ने इस समेलन में भाग लेने के लिए आवेदन किया है। ये दक्षिण अफ्रीका में ब्रिक्स के शेरपाओं के बीच चल रही मौजूदा चर्चा का विषय हैं और मैं चर्चा के परिणाम का अनुमान नहीं लगाना चाहता।

ब्रिक्स सम्मेलन से पूर्व रोड्स-कर्स्टन ने किया स्वागत

15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दक्षिण अफ्रीका यात्रा से पहले, प्रोटियाज क्रिकेट के दिग्गज गैरी कर्स्टन और जोंटी रोड्स ने देश में पीएम मोदी का स्वागत करते हुए वीडियो संदेश जारी किए हैं। रोड्स ने ‘अतुल्य भारत’ में अपने परिवार के साथ दो अनोखा सप्ताह बिताने को याद किया। उन्होंने हिंदी में पीएम मोदी का स्वागत करते हुए कहा, ‘नमस्कार मोदी जी...ब्रिक्स सम्मेलन में आपका स्वागत है। हम दक्षिण अफ्रीकी के रूप में जानते हैं कि अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक और आर्थिक नज़ारो पर आपकी एक बड़ी भूमिका है और हम आपके इनपुट के लिए आपको धन्यवाद देते हैं।’ वहीं, टीम इंडिया के पूर्व कोच गैरी कर्स्टन ने कहा, ‘दक्षिण अफ्रीका में आपका और आपके प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करना मेरा सौभाग्य है।

समेलन का एजेंडा क्या है?

ब्रिक्स समेलन इस बार राजनीतिक और सामाजिक-आर्थिक मिलन के क्षेत्रों पर स्थिर होगा । इसमें सदस्य देश व्यापार के अवसर, आर्थिक भरण और सहयोग के क्षेत्रों की पहचान करेंगे। ब्रिक्स के अध्यक्ष के रूप में दक्षिण अफ्रीका आपसी रूप से तेज विकास, सतत विकास और समावेशी बहुपक्षवाद पर ध्यान खीचेगा। इसमें वैश्विक संस्थानों में सुधार और शांति प्रक्रियाओं में महिलाओं की सार्थक भागीदारी को मजबूत करना भी शामिल है। रिपोर्ट के अनुसार, सऊदी अरब, ईरान, संयुक्त अरब अमीरात, अर्जेंटीना, इंडोनेशिया, अल्जीरिया, मिस्र और इथियोपिया सहित 40 से अधिक देशों ने ब्रिक्स समूह में शामिल होने में इच्छा दिखाई है। शिखर सम्मेलन के एजेंडे में ब्लॉक के विस्तार पर चर्चा होने की संभावना है।

यूक्रेन के साथ युद्ध को लेकर दाँव-पेंच अलगाव का सामना कर रहे रूस ने विस्तार का पृष्ठपोषण किया है। चीन ने भी समूह के विस्तार का सपोर्ट किया है। वहीं, भारत की सबसे बड़ी चिंता यह है कि ब्रिक्स 'चीन-केंद्रित' ब्लॉक न बन जाए। इससे पहले अगस्त में ब्राजील के राष्ट्रपति डी सिल्वा ने कहा था कि वह ब्रिक्स समूह में और अधिक देशों के शामिल होने के पक्ष में हैं।

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