अब एक ऐसा AI टूल जो चीट करने में करता है मदद! पूरा मामला जानकर हो जाएंगे हैरान

‘हर चीज में चीट करो’-क्लूली नाम की कंपनी का मकसद है असल जिंदगी में चीटिंग को आसान बनाना;

Update: 2025-04-23 14:00 GMT

कोलंबिया (शुभांगी)। सिर्फ़ 21 साल की उम्र में कोलंबिया यूनिवर्सिटी से निलंबन झेल चुके चुंगिन रॉय ली ने अब एक ऐसा स्टार्टअप खड़ा कर लिया है जो दुनिया भर में विवादों की वजह बना हुआ है। उनका स्टार्टअप Cluely एक ऐसा AI टूल है जो लोगों को बिना पकड़े गए, परीक्षाओं, इंटरव्यू और कॉल्स के दौरान मदद करता है। इस स्टार्टअप ने हाल ही में $5.3 मिलियन (करीब 44 करोड़ रुपये) की फंडिंग जुटाई है।

यूनिवर्सिटी से सस्पेंड, फिर उसी टूल से स्टार्टअप

रॉय ली को कोलंबिया यूनिवर्सिटी से इसलिए सस्पेंड कर दिया गया था क्योंकि उन्होंने एक ऐसा टूल तैयार किया था जो सॉफ़्टवेयर इंजीनियरिंग इंटरव्यू के दौरान उम्मीदवारों को सीक्रेट कोडिंग सपोर्ट देता था। यही टूल बाद में Interview Coder से विकसित होकर अब Cluely का हिस्सा बन गया है। यह कंपनी अब सैन फ्रांसिस्को से संचालित हो रही है।

क्लूली: छिपा हुआ AI असिस्टेंट

Cluely का AI टूल एक छिपी हुई ब्राउज़र विंडो में चलता है और रीयल-टाइम में यूज़र को उत्तर देने में मदद करता है, वो भी बिना इंटरव्यूअर या एग्ज़ामिनर को पता चले। यह परीक्षाओं, इंटरव्यू, और सेल्स कॉल्स के दौरान काम करता है।

कंपनी अपने टूल को कैलकुलेटर और स्पेलचेक जैसे उपकरणों से तुलना करती है-जो कभी “चीटिंग” माने जाते थे, लेकिन अब सामान्य हो चुके हैं।

लॉन्च वीडियो से मच गया बवाल

कंपनी द्वारा जारी एक फ्लैशी लॉन्च वीडियो में दिखाया गया कि कैसे रॉय ली एक डेट पर AI की मदद से झूठ बोलते हैं - और अंततः असफल हो जाते हैं। इस वीडियो को लेकर इंटरनेट पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं: कुछ ने इसे दिलचस्प माना, वहीं दूसरों ने इसकी तुलना नेटफ्लिक्स की डिस्टोपियन सीरीज ‘Black Mirror’ से कर दी।

3 मिलियन डॉलर सालाना राजस्व पार

टेकक्रंच की रिपोर्ट के अनुसार, Cluely अब तक $3 मिलियन से अधिक का वार्षिक राजस्व कमा चुका है। यानी यह सिर्फ विवादास्पद नहीं, बल्कि लाभदायक भी है।

को-फाउंडर भी कोलंबिया से ड्रॉपआउट

कंपनी के को-फाउंडर नील शन्मुगम भी 21 साल के हैं और रॉय की तरह कोलंबिया यूनिवर्सिटी से ड्रॉपआउट हैं। दोनों पर यूनिवर्सिटी में अनुशासनात्मक कार्रवाई हुई थी। अब नील कंपनी के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (COO) के रूप में कार्यरत हैं।

LeetCode को टारगेट करके बना था टूल

यह AI टूल सबसे पहले LeetCode जैसी कोडिंग प्लेटफॉर्म्स को “क्रैक” करने के लिए बनाया गया था। LeetCode का उपयोग टेक कंपनियों द्वारा इंटरव्यू की तैयारी के लिए किया जाता है। लेकिन संस्थापकों का मानना है कि यह तरीका पुराना और अप्रभावी हो चुका है।

Amazon की इंटर्नशिप भी टूल के जरिए मिली?

रॉय ली का दावा है कि उन्होंने Cluely की मदद से Amazon की इंटर्नशिप हासिल की थी। हालांकि Amazon ने इस विशेष मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की, लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि सभी उम्मीदवारों को इंटरव्यू में किसी भी अनधिकृत उपकरण का उपयोग करने से बचना चाहिए।

AI के क्षेत्र में बढ़ रही बहस

Cluely इस महीने का एकमात्र विवादित AI स्टार्टअप नहीं है। एक और प्रमुख AI शोधकर्ता ने हाल ही में एक ऐसा स्टार्टअप लॉन्च किया है जिसका उद्देश्य इंसानों की जगह AI वर्कर्स को काम पर लगाना है। इसने भी सोशल मीडिया पर जबरदस्त बहस छेड़ दी है।

जहां एक ओर Cluely जैसे टूल को कुछ लोग “इनोवेशन” कह रहे हैं, वहीं कई विशेषज्ञ और शिक्षाविद इसे शिक्षा व्यवस्था और नैतिक मूल्यों के लिए खतरा मानते हैं। ऐसे में सवाल उठता है: क्या तकनीक हमारी मदद कर रही है, या हम तकनीक की मदद से नियम तोड़ रहे हैं?

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