महाकुंभ 2025 में यूपी सरकार ने बनाया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड, सफाई कर्मियों को मिलेगा ₹10,000 का बोनस
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश सरकार ने महाकुंभ 2025 के दौरान सबसे बड़े समन्वयित सफाई अभियान का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक को पुरस्कार प्रदान किया गया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर प्रयागराज के नागरिकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मैं प्रयागराज के लोगों को धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने महाकुंभ को अपने घर के आयोजन की तरह अपनाया। इस शहर की आबादी करीब 20-25 लाख है लेकिन जब 5-8 करोड़ श्रद्धालु एक साथ पहुंचे, तब भी प्रयागराज ने इसे सहजता से संभाला।
66.30 करोड़ श्रद्धालुओं ने महाकुंभ में लिया हिस्सा
सीएम योगी ने इस आयोजन को दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक समागम बताते हुए कहा कि इतने विशाल स्तर पर कहीं भी ऐसा आयोजन नहीं हुआ है। कुल 66.30 करोड़ श्रद्धालुओं ने इसमें भाग लिया। पूरे आयोजन के दौरान कोई अपहरण, लूट, या अन्य बड़ी अप्रिय घटना नहीं हुई। विपक्ष ने बार-बार भ्रम फैलाने की कोशिश की लेकिन जनता ने उसे सिरे से नकार दिया।
सीएम योगी ने विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने प्रयागराज के आयोजन को बदनाम करने की भरपूर कोशिश की। उन्होंने कहा कि मौनी अमावस्या पर 8 करोड़ श्रद्धालु संगम में स्नान करने पहुंचे, लेकिन विपक्ष ने झूठी खबरें फैलाकर इस आयोजन की छवि धूमिल करने की कोशिश की। उन्होंने काठमांडू के वीडियो को प्रयागराज का बताकर भ्रम फैलाने की कोशिश की। हालांकि, श्रद्धालुओं ने बड़ी संख्या में आकर विपक्ष को करारा जवाब दिया और स्पष्ट कर दिया कि वे किसी भी बहकावे में नहीं आएंगे।
सीएम योगी ने कहा कि सनातन का झंडा कभी नीचे नहीं झुकेगा। महाकुंभ ने यह साबित कर दिया कि भारत का आध्यात्मिक और सांस्कृतिक गौरव दुनिया में सबसे ऊंचा है।
इसके बाद सीएम योगी, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, केपी मौर्य और कैबिनेट के अन्य मंत्रियों ने प्रयागराज में सफाई कर्मचारियों के साथ दोपहर का भोजन किया। इसके साथ ही सीएम योगी ने प्रयागराज में महाकुंभ में सफाई और स्वास्थ्य कर्मचारियों को 10,000 रुपये का बोनस देने का फैसला किया है। अप्रैल से सफाई कर्मचारियों को 16,000 रुपये का न्यूनतम वेतन प्रदान किया जाएगा। अस्थायी स्वास्थ्य कर्मचारियों को सीधे बैंक हस्तांतरण दिया जाएगा और उन सभी को स्वास्थ्य कवरेज के लिए आयुष्मान भारत योजना से जोड़ा जाएगा, जिससे बेहतर कल्याण और सहायता सुनिश्चित होगी।