बजट 2025 की तैयारियां अंतिम चरण में, आज हलवा समारोह, जानें 1 फरवरी को पेश होने वाले बजट की विशेषता
नई दिल्ली। 2025 के केंद्रीय बजट की तैयारियां अपने अंतिम चरण में पहुंच चुकी हैं। आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण नॉर्थ ब्लॉक में पारंपरिक "हलवा समारोह" आयोजित करेंगी, जो बजट छपाई प्रक्रिया की औपचारिक शुरुआत का प्रतीक है। इस आयोजन में वित्त मंत्रालय के अधिकारी और कर्मचारी शामिल होंगे, जहां एक बड़ी कढ़ाई में हलवा तैयार कर सभी को वितरित किया जाएगा। जिसे भारतीय मिठाई भी कहा जाता है। यह समारोह बजट टीम के सदस्यों के लिए एक महत्वपूर्ण परंपरा है, जो उनके कठिन परिश्रम और समर्पण का सम्मान करती है।
हलवा समारोह का महत्व
हलवा समारोह वित्त मंत्रालय की एक महत्वपूर्ण परंपरा है, जो न केवल बजट टीम के प्रयासों का सम्मान करती है, बल्कि बजट छपाई प्रक्रिया की शुरुआत का प्रतीक भी है। आज शाम को नॉर्थ ब्लॉक में हलवा समारोह के साथ बजट 2025 के दस्तावेजों की छपाई शुरू होगी, जो 1 फरवरी को संसद में पेश किए जाने के लिए तैयार होंगे।
सीतारमण का सातवां बजट, मोरारजी देसाई का रिकॉर्ड टूटा
1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संसद में अपना सातवां बजट पेश करेंगी, जो मोरारजी देसाई के लंबे समय तक बजट पेश करने के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ देगा। संसद का सत्र 31 जनवरी से शुरू होकर 4 अप्रैल तक चलेगा। खास बात यह है कि इस बार का बजट भी पूरी तरह कागज रहित होगा, जो हाल के वर्षों की डिजिटल प्रक्रिया को जारी रखेगा।
गोपनीयता और सुरक्षा के कड़े इंतजाम
बजट दस्तावेजों की छपाई के दौरान नॉर्थ ब्लॉक के बेसमेंट में अभूतपूर्व गोपनीयता और सुरक्षा सुनिश्चित की जाती है। इस प्रक्रिया में शामिल वित्त मंत्रालय के अधिकारी और कर्मचारी बाहरी दुनिया से पूरी तरह कट जाते हैं। उनके प्रियजनों से संपर्क और फोन कॉल की अनुमति नहीं होती है। इंटेलिजेंस ब्यूरो की चौबीसों घंटे निगरानी, सीसीटीवी कैमरों का मजबूत नेटवर्क और जैमर के उपयोग से सुरक्षा सुनिश्चित की जाती है।
बजट छपाई की ऐतिहासिक परंपरा
1950 तक बजट दस्तावेजों की छपाई राष्ट्रपति भवन में होती थी। लेकिन उसी वर्ष बजट लीक होने की घटना के बाद इसे मिंटो रोड और फिर स्थायी रूप से नॉर्थ ब्लॉक के बेसमेंट में स्थानांतरित कर दिया गया। तब से यह प्रिंटिंग प्रेस बजट दस्तावेजों की छपाई का मुख्य केंद्र बना हुआ है।