Baisaran: आतंकियों ने बैसरन को ही क्यों किया टारगेट, जानें किस रास्ते से पहुंचे थे पहलगाम
मिनी स्विट्जरलैंड के नाम से जाना जाता है बैसरन, जहां किया गया हमला;
पहलगाम। साल 2019 के पुलवामा अटैक के बाद पहलगाम हमला कश्मीर में सबसे बड़ा हमला है। जम्मू-कश्मीर के पर्यटन स्थल में हुए आतंकी हमले के बाद सेना ने पहलगाम और पहाड़ी इलाके में सर्च अभियान चलाया है। आतंकियों की तलाश के लिए सेना यह सर्च ऑपरेशन चला रही है।
कहां हुआ हमला?
पहलगाम से लगभग 6 किलोमीटर की दूरी पर ‘बैसरन’ पर्यटकों के लिए बेहद प्रसिद्ध जगह है। इसे मिनी स्विट्जरलैंड भी कहा जाता है, जो कि घने देवदर के जंगल और पहाड़ों से घिरा बड़ा घास का मैदान है। आतंकियों ने इसी इलाके को अपना टारगेट बनाया है। माना जा रहा है कि इसकी एक वजह यहां ज्यादा संख्या में पर्यटकों का आना हो सकती है।
इसके अलावा बैसरन तक केवल पैदल या घोड़े पर ही पहुंचा जा सकता है। ऐसे में रास्ते की जटिलताओं को देखते हुए और कोई सुरक्षा चौकी न होने के कारण भी आतंकियों ने यह रास्ता चुना।
किस रास्ते से पहुंचे आतंकी?
जानकारी के मुताबिक आतंकी जम्मू के किश्तवाड़ से दक्षिण कश्मीर के कोकरनाग के रास्ते पहलगाम और फिर बैसरन पहुंचे हों। यहां बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। इसके साथ ही अमरनाथ यात्रा भी 3 जुलाई से शुरू होने वाली है। ऐसे में संभावना है कि अमरनाथ यात्रा को प्रभावित करने और पर्यटकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए आतंकियों ने यह हमला किया।
बता दें अमरनाथ यात्रा के लिए पहलगाम रूट बेहद महत्वपूर्ण है। इस रूट से गुफा तक पहुंचने में तीन दिन लगते हैं, लेकिन रास्ता आसान है। यात्रा में खड़ी चढ़ाई नहीं पड़ती है।