ग्रामीण भारत महोत्सव 2025: प्रधानमंत्री मोदी ने गांवों के विकास और सरकार की उपलब्धियों को किया उजागर
नई दिल्ली। ग्रामीण भारत महोत्सव 2025 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों ने एससी, एसटी और ओबीसी की जरूरतों की अनदेखी की, जिससे गांवों से पलायन और गरीबी बढ़ती रही। उन्होंने कहा कि जिन्हें किसी ने नहीं पूछा, उन्होंने मोदी को पूजा है।
उन्होंने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि 2012 में ग्रामीण गरीबी 26% थी, जबकि 2024 में यह 5% से भी कम होने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि 2011 की तुलना में अब ग्रामीणों की क्रय शक्ति 3 गुना बढ़ गई है।
मोदी ने पीएम किसान सम्मान निधि के तहत किसानों को 3 लाख करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता और कृषि ऋण में 3.5 गुना वृद्धि का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि सरकार ने मछली पालकों और पशुपालकों को किसान क्रेडिट कार्ड उपलब्ध कराया और फसलों के एमएसपी में वृद्धि की।
उन्होंने कहा कि स्वामित्व योजना के तहत ग्रामीणों को संपत्ति के कागज दिए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि 1.5 लाख से अधिक आयुष्मान आरोग्य केंद्रों के माध्यम से ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर हुई हैं और टेलीमेडिसिन की सुविधा से गांवों को जोड़ा गया है।
प्रधानमंत्री ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और गांवों के सर्वांगीण विकास के लिए विशेष नीतियों और योजनाओं की सराहना करते हुए नाबार्ड और अन्य संस्थाओं को बधाई दी।