आयुर्वेद की दृष्टि से करी पत्ता है फायदेमंद, आईए जानते है कैसे?

Update: 2024-05-31 08:27 GMT

करी पत्ता को कढ़ी पत्ता या मीठी नीम भी कहा जाता है। इसे मीठी नीम इसलिए कहा जाता है क्योंकि इनके पत्ते नीम की तुलना में थोड़े कम कड़वे, कषैले होते हैं। करी पत्ता के पेड़ पूरे भारत वर्ष में पाए जाते हैं। करी पत्ता का सर्वाधिक उपयोग विभिन्न भोज्य पदार्थों में अपनी ख़ास महक पैदा करने के लिए किया जाता है। आयुर्वेद की दृष्टि से करी पत्ता के बहुत से फायदे हैं और इससे कई स्वास्थ्य समस्याओं का समाधान किया जा सकता है।

कड़ी पत्ता से मिलेंगे लंबे और चमकदार बाल:- आपने फिल्मों और विज्ञापनों में अभिनेत्रियों के सुंदर लंबे और चमकदार बालों को देखा होगा।उसके बाद आपके मन में भी ऐसे बालों को पाने की इच्छा होती होगी। लेकिन क्या आप जानते है की वह अपने बालों को ऐसा करवाने के लिए कितने ट्रीटमेंट और कैमिकल का इस्तेमाल करती है। लेकिन अगर हम आज कहें कि आपको ऐसे बाल अपने घर में कुछ साधारण उपायों को अपनाकर मिल सकते हैं तो शायद आपको यकिन नहीं होगा। लेकिन यह सच हैं। सुंदर बाल पाने के लिए आपके घर में ही एक जादूई मिश्रण मौजूद होता है। जिसके बारे में जानकारी ना होने पर आप सिर्फ उसको एक तड़का लगाने वाली चीज ही समझते हैं।जैसा की हमने बताया की बाहर से बालों पर ट्रीटमेंट करवाने के लिए आपको अपनी जेब तो ढ़ीली करनी पड़ती ही है। साथ ही इसके कई दुष्प्रभाव भी होते हैं। लेकिन हमारे आज बताए गए इस मिश्रण को इस्तेमाल करने का ना की साइड इफेक्ट है और ना ही इसके लिए पैसे खर्च करने की जरूरत पड़ेगी।

करी पत्ता में आयरन, कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन B-1, विटामिन B-2, विटामिन C- (सी) जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। करी पत्ते में एंटी-डायबिटिक, एंटी- ओक्सिडेंट, एंटी- माइक्रोबियल गुण पाए जाते है। अतः जब आप करी पत्ता डले हुए फ़ूड आइटम को खाएं तो पत्तियाँ अलग करके फेंकने की बजाय खाया करें।

करी पत्ता की तासीर ठंडी होती है, अतः इसका इलाज बवासीर रोग में किया जाता है। इसके पत्तों को पानी के साथ पीसकर, छानकर पीने से बवासीर, (पाईल्स) दस्त, डायरिया, पाचन-तन्त्र के रोग ठीक होते है।

बालों के लिए करी पत्ता बहुत ही लाभदायक है:- बालों का झड़ना, बाल सफ़ेद होना, बाल कमजोर होना, डैंड्रफ जैसी सभी समस्याओं के लिए करी पत्ता उपयोग करें। इसे प्रयोग करने के बहुत उपाय हैं। करी पत्ता के पत्ते खायें!


करी पत्ता पीस कर बालों की जड़ों में लगायें, इसकी पत्तियाँ तेल में गर्मकर बना तेल बालों में लगायें, पत्तियों को पानी में उबालकर बालों में लगायें।


करी पत्ता (करी लीव्स) का सेवन वजन घटाने में कारगर है। इसमें पाएँ जाने वाले फाइबर व अन्य तत्व फैट और टोक्सिन को शरीर से बाहर निकालते हैं।


चेहरे के स्किन की समस्या जैसे मुहांसे, रूखापन, दाग-धब्बे, फाइन लाइन दूर करने के लिए करी पत्ता का फेसपैक लगायें।

करी पत्ता का फेसपैक सूखी करी पत्ती पीसकर, गुलाबजल, मुल्तानी मिट्टी, नारियल तेल मिलाकर बनाया जाता है।

शरीर में हानिकारक कोलेस्ट्रोल लेवल को करी पत्ता संतुलित रखता है। जिससे ह्रदय सम्बन्धी बीमरियों से बचाव होता है। करी पत्ता इन्सुलिन लेवल कण्ट्रोल करके ब्लड शुगर स्तर काबू करता है।

एनीमिया रोग के इलाज के लिए दो सबसे महत्वपूर्ण तत्व आयरन व फोलिक एसिड करी पत्ता में पाए जाते हैं। अतः रक्ताल्पता के रोगी को करी पत्ता का भरपूर सेवन करना चाहिए। इसके दो तीन पत्ते सुबह एक खजूर से साथ खाइए, लाभ होगा।

करी पत्ता किडनी और लीवर पर बहुत अच्छा असर डालता है।शरीर के इन दो ख़ास अंगों को स्वस्थ रखना चाहते हों तो करी पत्ता नियमित सेवन करें।करी पत्ता इन्हें विभिन्न संक्रमण (इन्फेक्शन) से बचाता है और इनकी कार्यक्षमता बनाये रखता है।

अगर जी मिचला रहा होतो, एक चौथाई कप करी पत्ते का रस, आधे नीम्बू का रस और एक चुटकी चीनी मिलाकर पी जाएँ, मन ठीक हो जायेगा।

करी पत्ते का रस कीमोथेरेपी के दुष्प्रभावों को कम करता है। करी पत्ता (करी लीफ) नेत्र ज्योति बढ़ाता है, मोतियाबिंद होने की सम्भावना कम करता है।

करी पत्ता स्वास्थ्य के लिए अमृत समान हैं।


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