देश में डीमैट अकाउंट की संख्या 185.3 मिलियन को पार, 2024 में खुले 46 मिलियन नए खाते
नई दिल्ली। 2024 में डिमैट (demat) खातों की संख्या में 46 मिलियन का इजाफा हुआ, जो प्रति माह औसतन 3.8 मिलियन खातों की वृद्धि को दर्शाता है। नए डिमैट खातों में पिछले साल की तुलना में 33 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई, जिससे कुल संख्या 185.3 मिलियन तक पहुंच गई। कोविड-19 के बाद से भारत में डिमैट खातों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हुई है, जो सरल खाता खोलने की प्रक्रिया, स्मार्टफोन का व्यापक इस्तेमाल और अनुकूल बाजार रिटर्न्स से प्रेरित है। पिछले पांच वर्षों में डिमैट खातों की संख्या 2019 में 39.3 मिलियन से बढ़कर चार गुना से भी ज्यादा हो गई है। 2024 के पहले नौ महीनों में 36 मिलियन डिमैट खाते जोड़े गए, जो सेकेंडरी मार्केट में लाभ और रिकॉर्ड आईपीओ (IPO) के कारण हुए।
हालांकि, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (FPI) द्वारा बिकवाली और आय में निराशा के कारण बाजार में उठापटक ने अगले दो महीनों में नए खातों की जोड़ने की संख्या में गिरावट ला दी। कुल मिलाकर, अक्टूबर और नवम्बर में, FPIs ने 1.2 ट्रिलियन रुपये मूल्य के शेयरों की शुद्ध बिकवाली की।