कानपुर में भाजपा वोटों के लालच में पाखंड करती है। वह दलित चेहरे तो नेता के तौर पर पेश करती है, लेकिन किसी को भी ताकत नहीं देती। सभी को नंबर तीन चार पांच पर ही रखती है। लेकिन कांग्रेस में ऐसा नहीं है।...