उत्तराखंडः कोटद्वार में मालन नदी पर बना पुल असुरक्षित श्रेणी में शामिल, लोनिवि ने की अनदेखी

Update: 2023-07-15 07:51 GMT

पुलों की सुरक्षा को लेकर सिस्टम कितना गंभीर है, इसकी बानगी है कि पौडी जिले के अंतर्गत कोटद्वार में मालन नदी पर स्थित यह पुल. पिछले साल नवंबर में राज्य में हुए सेफ्टी ऑडिट में असुरक्षित पाए गए 36 पुलों में यह पुल भी शामिल था.इसके बाद लोनिवि ने इसका एस्टीमेट तैयार कर आपदा प्रबंधन विभाग को भेजा, लेकिन मानकों पर खरा न उतरने पर इसे लोनिवि को वापस कर दिया गया। बावजूद इसके लोनिवि ने इस पुल को गंभीरता से नहीं लिया और नतीजा इसके क्षतिग्रस्त होने के रूप में सामने आया। अगर समय रहते इस पर ध्यान दिया गया होता तो ऐसी स्थिति उत्पन्न नहीं होती.पिछले साल गुजरात के मोरबी में हुए पुल हादसे के बाद राज्य में PWD के अधीन पुलों का सेफ्टी ऑडिट कराया गया था. तब विभाग के अल्मोडा, हलद्वानी, देहरादून, पौडी जोन के साथ ही राष्ट्रीय राजमार्गों के कुल 2518 पुलों का निरीक्षण किया गया था. इनमें से 36 पुल असुरक्षित पाये गये.सबसे ज्यादा 16 पुलों को पौडी जिले में असुरक्षित श्रेणी में रखा गया है, जिसमें कोटद्वार में मालन नदी पर बना पुल भी शामिल है. चिलरखाल-सिग्गड्डी-कोटद्वार-पाखरो मार्ग पर स्थित यह पुल कोटद्वार के भाबर क्षेत्र की बड़ी आबादी को जोड़ने वाला एकमात्र पुल था। असुरक्षित पाए जाने के बावजूद इसे नजरअंदाज कर दिया गया.|

हरिद्वार पुल को शामिल नहीं किया गया

हरिद्वार जिले में रोशनाबाद-कुक्कावाला-बिहारीगढ़ मार्ग पर स्थित आन्नेकी पुल भी क्षतिग्रस्त हो गया है। सचिव लोनिवि डॉ. पंकज कुमार पांडे के मुताबिक पूर्व में सुरक्षा ऑडिट में जो पुल असुरक्षित पाए गए थे, उनमें हरिद्वार का पुल शामिल नहीं था। उन्होंने बताया कि अब दोबारा सभी पुलों का सेफ्टी ऑडिट कराया जा रहा है. साथ ही पूर्व में असुरक्षित श्रेणी में पाए गए पुलों पर नजर रखने और उनके पुनर्निर्माण के लिए प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं.

पिछले ऑडिट में पुल असुरक्षित मिला था

  • जिला क्रमांक
  • पौडी,16
  • टिहरी, 08
  • ऊधम सिंह नगर, 05
  • हरिद्वार, 03
  • रुदप्रयाग,01
  • चमोली,01
  • पिथोरागढ़, 01
  • देहरादून,01
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