पीएम मोदी आज करेंगे पहले राष्ट्रीय प्रशिक्षण सम्मेलन का उद्घाटन, सिविल सर्विस के प्रशिक्षण संस्थानों को मिलेगा बढ़ावा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को पहली बार राष्ट्रीय राजधानी में राष्ट्रीय प्रशिक्षण सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने जानकारी दी कि पीएम मोदी रविवार को अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी एवं कन्वेंशन सेंटर प्रगति मैदान में सुबह 10.30 बजे सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे.

Update: 2023-06-11 09:15 GMT

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविवार को राष्ट्रीय राजधानी में पहली बार राष्ट्रीय प्रशिक्षण सम्मेलन का शुभारंभ करेंगे। इस दौरान, पीएम मोदी एक सभा को भी संबोधित करेंगे।

प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने बताया कि पीएम मोदी रविवार सुबह 10.30 बजे अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी और कन्वेंशन सेंटर प्रगति मैदान में सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे।

पीएमओ ने अपने बयान में कहा है

प्रधान मंत्री सिविल सेवा की क्षमता निर्माण के माध्यम से देश में शासन प्रक्रियाओं और नीति कार्यान्वयन में सुधार करने के समर्थक रहे हैं। सिविल सेवा क्षमता निर्माण के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम (एनपीसीएससीबी) - भविष्य के लिए सिविल सेवाओं को सही दृष्टिकोण, कौशल और ज्ञान के साथ तैयार करने के लिए 'मिशन कर्मयोगी' शुरू किया गया था। यह सम्मेलन इस दिशा में एक और कदम है।

प्रशासनिक प्रशिक्षण संस्थानों को प्रोत्साहन मिलेगा

देश भर में प्रशासनिक सेवा प्रशिक्षण संस्थानों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने और प्रशासनिक अधिकारियों के लिए प्रशिक्षण बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के उद्देश्य से क्षमता निर्माण आयोग द्वारा राष्ट्रीय प्रशिक्षण सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है।\

इसमें विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधि शामिल होंगे

बयान में कहा गया है कि केंद्रीय प्रशिक्षण संस्थानों, राज्य प्रशासनिक प्रशिक्षण संस्थानों, क्षेत्रीय और संभागीय प्रशिक्षण संस्थानों और शोध संस्थानों सहित प्रशिक्षण संस्थानों के 1,500 से अधिक प्रतिनिधि सम्मेलन में भाग लेंगे।

इसमें कहा गया है कि केंद्र सरकार के विभागों, राज्य सरकारों, स्थानीय सरकारों के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ-साथ निजी क्षेत्र के विशेषज्ञ विचार-विमर्श में भाग लेंगे।

कॉन्फ्रेंस में कई विषयों पर चर्चा होगी

सम्मेलन में आठ पैनल चर्चाएँ होंगी, जिनमें से प्रत्येक प्रशासनिक सेवा प्रशिक्षण संस्थानों से संबंधित प्रमुख विषयों को कवर करेगी; फैकल्टी डेवलपमेंट, ट्रेनिंग इम्पैक्ट असेसमेंट और कंटेंट डिजिटाइजेशन आदि से जुड़ी प्रमुख चिंताओं पर विचार किया जाएगा।

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