विपक्ष की डिनर डिप्लोमेसी से निकलेगा लोकसभा का रास्ता

मोदी जी राज्यसभा में कहते थे कि मैं अकेला ही सभी विपक्षियों पर भारी पढ़ सकता हूं। वह आज सबको क्यों बुलाते। अगर वह अकेले सब पर भारी पड़ सकते हैं तो उन्हें 30 पार्टियां बुलाने की क्या जरूरत पड़ी। हमारी मीटिंग से घबरा गए हैं।

Update: 2023-07-18 06:37 GMT

आने वाले लोकसभा चुनाव में बीजेपी (BJP) और मोदी सरकार (Modi Govt) को रोकने के लिए पूरा विपक्ष एकजुट होकर बेंगलुरु (Banglore) में कल से मीटिंग कर रहे हैं।  इसी सिलसिले में आज भी विपक्ष की दूसरे दिन की मीटिंग होनी है। मीटिंग के बाद कांग्रेस ने सभी दलों के लिए डिनर का आयोजन किया है। यह आयोजन बेंगलुरु के ताज वेस्ट एंड होटल में किया गया है। कांग्रेस (congress) के अनुसार इस में कुल 26 दल शामिल होने वाले हैं। डिनर में शामिल होने के लिए लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) समेत कई नेता बेंगलुरु पहुंच चुके हैं।  खराब सेहत के कारण कल शरद पवार (Sharad Pawar) मीटिंग में नहीं पहुंचे थे। लेकिन आज बेंगलुरु (Banglore) पहुंचने वाले हैं। 

जहां एक और बेंगलुरु (Banglore) में विपक्ष की मीटिंग हो रही है। वहीं दिल्ली में होटल अशोका में NDA की भी मीटिंग होने वाली है। इस पर कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल (K C Venugopal) ने कहा वे लोग घबरा गए है, वरना जो मोदी जी राज्यसभा में कहते थे कि मैं अकेला ही सभी विपक्षियों पर भारी पढ़ सकता हूं। वह आज सबको क्यों बुलाते। अगर वह अकेले सब पर भारी पड़ सकते हैं तो उन्हें 30 पार्टियां बुलाने की क्या जरूरत पड़ी। हमारी मीटिंग से घबरा गए हैं। 

किन मुद्दों पर हुई बातप्राप्त

जानकारी के अनुसार विपक्ष की कल से चल रही मीटिंग में 2024 लोकसभा चुनाव के लिए कॉमन मिनिमम प्रोग्राम राज्य के अनुसार गठबंधन सीट शेयरिंग के अलावा महागठबंधन के नए नाम पर भी चर्चा हो रही है। कहा जा रहा है कि सोनिया गांधी के नाम पर किसी भी दल को कोई एतराज नहीं है। क्योंकि वैसे भी वह प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवार नहीं हो सकती। इसके अलावा यह भी दावा किया जा रहा है कि कांग्रेस खुद को इस पद से दूर रख सकती है। 23 जून को विपक्ष की एक बैठक पटना में भी हुई थी जहां पर नीतीश कुमार को संयोजक बनाने की मांग रखी गई थी फिलहाल इस बारे में कोई बातचीत आगे नहीं बढ़ी है। विपक्ष की इस मीटिंग से तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी, आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन कुमार पटनायक इन सभी ने दूरी बनाई हुई है। 

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