ट्रंप के टैरिफ विवाद के बीच अमेरिकी शेयर बाजार पर दिखा असर, जानें भारतीय बाजार पर क्या पड़ेगा प्रभाव
नई दिल्ली। अमेरिकी शेयर बाजार बुरी तरह फिसल गया है। टैरिफ विवाद और संघीय सरकार की नीतियों की अनिश्चितता ने मंदी की आशंकाओं को हवा दे दी है। पिछले सप्ताह की तेज बिकवाली इस हफ्ते भी जारी रही। तीनों प्रमुख सूचकांक भारी गिरावट के शिकार हो गए। एसएंडपी 500 अब 19 फरवरी के अपने सर्वकालिक उच्च स्तर से 8% से अधिक नीचे है। वहीं नैस्डैक कंपोजिट दिसंबर के अपने शिखर से 10% से अधिक गिर चुका है। बाजार में आर्थिक अनिश्चितता, संभावित मंदी की आशंका और बढ़ते व्यापार तनाव ने बिकवाली का माहौल बनाया है जिससे निवेशकों को खरबों डॉलर का नुकसान उठाना पड़ा है।
विशेषज्ञ निवेशकों को घरेलू उपभोग से जुड़े शेयरों पर ध्यान केंद्रित करने की दी सलाह
भारतीय बाजार में भी इसका असर देखने के लिए मिलेगा। दरअसल अमेरिका शेयर बाजार में गिरावट और वहां की अर्थव्यवस्था में आई कोई भी मंदी अपना असर छोड़ेगी। भारतीय बाजार पहले से ही वैश्विक अनिश्चितता और विदेशी निवेशकों की भारी बिकवाली के कारण दबाव में है। ट्रंप की टैरिफ नीतियों ने आर्थिक विकास के बारे में अनिश्चितता को और बढ़ा दिया है। जिससे विदेशी पूंजी निकासी और भी तेज हो सकती है। विशेषज्ञ निवेशकों को घरेलू उपभोग से जुड़े शेयरों पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दे रहे हैं, क्योंकि आईटी और फार्मा जैसे निर्यात-उन्मुख क्षेत्रों में भारी अस्थिरता देखने को मिल सकती है। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा, निवेशक घरेलू उपभोग से जुड़े शेयरों पर ध्यान केंद्रित करके खुद को सुरक्षित कर सकते हैं। ये संभावित टैरिफ वॉर से प्रभावित नहीं होंगे। आईटी और फार्मा जैसे निर्यात-उन्मुख क्षेत्रो पर अमेरिकी कार्रवाइयों से अस्थिरता आ सकती है।