Sunita Williams: सिर्फ 8 दिन के मिशन पर सुनीत गई थी अंतरिक्ष, जानें क्या था मिशन, क्यों लगे 9 महीने?
नई दिल्ली। नासा के अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्य और बुच विल्मोर पिछले 9 महीने से ज्यादा से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आइएसएस) में फंसे हुए थे। इन्हें 8 दिन के लिए अंतरिक्ष भेजा गया था लेकिन इनका ये सफर महीनों में बदल गया। अब सुनीता विलियम्य और बुच विल्मोर पृथ्वी पर लौट रहे हैं। उनका स्पेसक्राफट 18 मार्च को स्पेस स्टेशन से रवाना हुआ, इसे लैंड करने में करीब 17 घंटे का समय लगेगा। उनका स्पेसक्राफट क्रू-9 के दो और एस्ट्रोनॉट निक हेग और अलेक्सांद्र गोरबुनोव के साथ 19 मार्च की सुबह लगभग 3:27 बजे फ्लोरिडा के तट पर लैंड करेगा।
क्या थी स्पेस स्टेशन जाने की वजह?
नासा ने सुनीता विलियम्य और बुच विल्मोर को क्रू टेस्ट फ्लाइट मिशन पर भेजा था। ये यात्रा 8 दिन की होने वाली थी, जिसमें उन्हें स्टारलाइन स्पेसक्राफ्ट के यात्री को स्पेस स्टेशन तक ले जाकर वापस लाने की क्षमता को टेस्ट करना था। इसी दौरान एस्ट्रोनॉट्स को कई प्रयोग और रिसर्च भी करनी थी। स्टारलाइन स्पेसक्राफ्ट 5 जून 2024 को रवाना हुआ था और 6 जून 2024 को स्पेस स्टेश पहुंचा।
कैसे लग गया 9 महीने का समय
स्टारलाइन स्पेसक्राफ्ट में तकनीकी खराबी के कारण दोनों एस्ट्रोनॉट्स इतने समय तक स्पेस स्टेश में फंसे रहे। दरअसल, स्पेसक्राफ्ट के 5 रिएक्शन कंट्रोल थ्रस्टरों खराब हो गए थे। साथ ही हीलियम भी लिक हुए, जो प्रोपेलेंट को थ्रस्टर तक पहुंचाने के लिए जरूरी होता है। ऐसे में स्टारलाइन स्पेसक्राफ्ट यात्रियों को वापस लाने के लिए सुरक्षित नहीं था, जिसकी वजह से इसे यात्रियों के बिना ही सितंबर 2024 में वापस लाया गया।
इसके बाद स्पेसएक्स को सुनीता विलियम्य और बुच विल्मोर को वापस लाने की जिम्मेदारी सौंपी गई। स्पेसएक्स के एक स्पेसक्राफ्ट में 4 क्रू मेंबर जाते हैं, जिसके बाद पिछला क्रू अपने स्पेसक्राफ्ट में लौट आता है। लेकिन सितंबर में भेजे गए स्पेसक्राफ्ट में सुनीता और बुच के लिए जगह खाली रखी गई। क्रू-10 के स्पेसक्राफ्ट की मैन्युफैक्चरिंग में देरी की वजह से क्रू-9 को वापस लाने में मार्च तक का समय लगा।
अब क्रू-9 (सुनीता विलियम्य, बुच विल्मोर, निक हेग और अलेक्सांद्र गोरबुनोव) सितंबर से पार्क अपने स्पेसक्राफ्ट में अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से वापस लौट रहा है।