खुद को बार-बार मौका दे, एक वक्त आएगा जब राह मिल जाएगी - राफेल नडाल
खुद को बार-बार मौका दे, एक वक्त आएगा जब राह मिल जाएगी - राफेल नडाल
हाल ही में राफेल नडाल ‘इन्फोसिस’के एम्बेसेडर बने हैं। उनकी सफलता का राज यही है कि वे खुद को खूब मौके देते हैं.
मैं सभी स्टूडेंट्स को बधाई देता हूं। मैं जानता हूं यह खुशियों भरा दिन है, लेकिन इसमें दु:ख भी है, क्योंकि मैं कल्पना कर सकता हूं कि जिंदगी में आने वाले सभी बदलावों का अंदाजा लगाना मुश्किल होता है। उनमें वक्त लगता है। अनिश्चितता और शक की अच्छी बात यह होती है कि ये हमें जगाए रखते हैं। ये हमें जिंदगी में रोज अच्छाई की ओर एक कदम बढ़ाने के लिए प्रेरित करती हैं। आज आप जहां हैं, इसलिए हैं कि आपने कोशिश की और खुद पर यकीन किया। आपने अपना पहला लक्ष्य हासिल कर लिया है, वो था ग्रैजुएट होने का। मुझे आप सब पर गर्व है, उन्हें भी होगा जो लोग आज आपके साथ खड़े हैं। मुझे उम्मीद है आप उन सब ‘टूल्स’ के साथ जा रहे हैं, जो भविष्य में आपके लिए मददगार साबित होंगे। मैं उन लोगों में से नहीं हूं जो खूब सारी सलाह दिया करते हैं, मैं तो हमेशा ही रोजमर्रा के उदाहरणों से सबक लेने के पक्ष में रहा हूं। मैं सिर्फ आपसे एक ही बात कहूंगा... खुद को मौका दें। वास्तविकता केवल यही है कि आपको जरा भी परेशान नहीं होना चाहिए, जब कोई काम पहली बार में ना बने। तब तो और परेशान नहीं होना चाहिए, जब कुछ वक्त के बाद आप कोशिश करें और फिर भी काम ना बने। खुद को मौका देते रहें। इसमें कभी कोताही न बरतें। इस मामले में मैं आपको मेरा उदाहरण देता हूं। इसमें कोई शक नहीं है कि मैंने अपने करियर में बहुत ही अच्छे पल देखे हैं। लेकिन ऐसा नहीं है कि जीवन में मुश्किल पल आए ही नहीं। कभी चोट के रूप में, तो कभी हार के तौर पर... दुख देने वाले लम्हे आते ही रहे हैं। मैंने अपने जीवन में केवल यही बेहतर किया कि अपनी टीम की मदद से खुद को बार-बार मौका दिया। जब आप खुद को लगातार मौका देते हैं तो ऐसा वक्त जरूर आता है जब आपको एक रास्ता तो मिल ही जाता है। फिर इस रास्ते पर चलकर आप एक दिन अपने लक्ष्य को पा ही लेते हैं।
लक्ष्य के लिए संघर्ष करें
आज के दौर में सब्र नजर नहीं आता। जब हमें कोई चीज चाहिए होती है, तो अपना सेल फोन उठाते हैं और खरीद लेते हैं। कुछ पढ़ना होता है, तो एक मिनट में वो आर्टिकल सामने होता है। ऐसे दौर में मैं आपको याद दिला दूं कि जिंदगी के महान लक्ष्य एक-दो दिन में हासिल नहीं होते हैं। वो हासिल होते हैं लगातार संघर्ष करने से और गलतियों से सीखते रहने से।
परिवार पर यकीन रखें
मैं अपने अनुभवों से यह बात कह रहा हूं कि जिंदगी के सफर में जब अनपेक्षित लम्हे और निराशा आते हैं तो आप हर चीज पर सवाल उठाते हैं। इन लम्हों में हमेशा अपने परिवार पर यकीन करें। आपको प्यार करने वाले आपके विश्वसनीय साथी ही आपको याद दिलाएंगे कि जीवन में आपका लक्ष्य क्या है। इन्हीं की मदद से आप फिर अपना सपना देखने लायक बन पाएंगे।