जावेद अख्तर ने की मणिरत्नम के काम की प्रशंसा, कहा- 'उन्होंने हमें अनपढ़ बच्चों जैसा महसूस कराया'
जावेद अख्तर ने हाल ही में मणिरत्नम की प्रशंसा की और कहा कि निर्देशक ने अहंकारी हिंदी फिल्म उद्योग में खुद को साबित किया। बॉम्बे फिल्म उद्योग के लोग बहुत आत्मसंतुष्ट और आश्वस्त हैं।
जावेद अख्तर और निर्देशक मणिरत्नम भारतीय फिल्म उद्योग में सबसे प्रसिद्ध नामों में से हैं। जावेद अख्तर हाल ही में सिनेमा में उनके योगदान के लिए मणिरत्मन को सम्मानित करने के लिए आयोजित एक इवेंट में शामिल हुए। मणिरत्नम की पिछली फिल्में ‘पोन्नियिन सेलवन 1’ और ‘पोन्नियिन सेलवन 2’ बॉक्स ऑफिस पर शानदार प्रदर्शन किया था। फिल्मों में उनके योगदान के लिए उन्हें ‘इंडियन ऑफ द ईयर अवॉर्ड’ से सम्मानित किया गया। यह अवॉर्ड उन्हें जावेद अख्तर के हाथों मिला। अख्तर ने इसके लिए निर्देशक की प्रशंसा भी की।
मणिरत्नम के काम को जावेद अख्तर ने बताया अभूतपूर्व
जावेद अख्तर ने हाल ही में एक बातचीत में मणिरत्नम की प्रशंसा की और कहा कि निर्देशक ने अहंकारी हिंदी फिल्म उद्योग में खुद को साबित किया। बॉम्बे फिल्म उद्योग के लोग बहुत आत्मसंतुष्ट और आश्वस्त हैं। हम अपनी श्रेष्ठता के प्रति पूरी तरह आश्वस्त रहते थे। फिर, तमिलनाडु से एक निर्देशक आए और उन्होंने उस तरह का काम करके ऐसा जोरदार तमाचा मारा, जो हमने पहले कभी नहीं देखा था।' अख्तर ने मणिरत्नम के काम को अभूतपूर्व बताया।
मणिरत्नम की तारीफ में जावेद अख्तर ने कही ये बात
गीतकार जावेद अख्तर ने मणिरत्नम की तारीफ में आगे कहा, 'हम अपनी तकनीकी श्रेष्ठता को लेकर पूरी तरह आश्वस्त थे। उन्होंने हमें अनपढ़ बच्चों जैसा महसूस कराया। लोग आज भी उनसे और उनके काम से काफी प्रभावित होते हैं। मुझे गर्व है कि मैं उन्हें जानता हूं। फिल्म उद्योग में मणिरत्नम की तरह सफलता बरकरार रखना बहुत ही कठिन है।'
'इंडस्ट्री में केवल सफलता ही कायम नहीं रखती'
उन्होंने कहा, 'यह राजनीतिक रूप से सही नहीं होगा लेकिन मैं आपको दस निर्देशकों के नाम बता सकता हूं, जिन्होंने कई सुपरहिट फिल्में बनाई हैं लेकिन उन्हें कोई याद नहीं रखता। फिल्म उद्योग में केवल सफलता ही आपको कायम नहीं रखती, बल्कि कुछ असाधारण काम से भी सफलता मिलती है और वह मणिरत्नम द्वारा है।'