बदलते परिवेश में कार्यशैली बदलनी होगी- आर्य रविदेव गुप्त
-'चुनौतियों पर चिंतन' विषय पर गोष्ठी सम्पन्न
गाजियाबाद। केन्द्रीय आर्य युवक परिषद् के तत्वावधान में गुरुवार को 'ऋषि बोध दिवस' के उपलक्ष्य में एक ऑनलाइन गोष्ठी का आयोजन किया गया। यह वेबिनार कोरोना काल से अब तक का 702वां सत्र था।
वैदिक प्रवक्ता आर्य रविदेव गुप्त ने कहा कि बदलते परिवेश में हमें अपनी कार्यशैली बदलनी होगी। उन्होंने कहा कि किसी भी सार्थक उद्देश्य के लिए कार्य करते समय रुकावटें तो आती ही हैं। लेकिन यदि उद्देश्य और संकल्प मजबूत हों, तो चुनौतियों को अवसर में बदला जा सकता है। वैदिक वांग्मय में ऐसे उद्देश्य को 'शिव संकल्प' कहा गया है। ठीक ऐसे ही, महर्षि दयानन्द ने भी शिव संकल्प के लिए अपना जीवन समर्पित किया। आइए, उनके बोध दिवस पर हम भी कुछ सार्थक संकल्प लेने का प्रण करें।
कार्यक्रम का कुशल संचालन परिषद अध्यक्ष अनिल आर्य ने किया, जबकि प्रदेश अध्यक्ष प्रवीण आर्य ने धन्यवाद ज्ञापन किया। गोष्ठी में गायिका प्रवीना ठक्कर, रविंद्र गुप्ता, कौशल्या अरोड़ा, जनक अरोड़ा, मृदुल अग्रवाल, ललिता धवन, नरेंद्र आर्य सुमन, महेन्द्र भाई, सुधीर बंसल आदि ने अपने मधुर भजनों की प्रस्तुति दी।