पहलगाम (शुभांगी)। कश्मीर घाटी ने एक बार फिर अपने दर्द और प्रतिरोध की आवाज़ उठाई-इस बार शब्दों से नहीं, बल्कि स्याही से। बुधवार की सुबह जब लोगों ने अपने अखबार खोले, तो उन्हें हर ओर काले फ्रंट पेज दिखाई...