यह डिलीवरी दो साल की देरी के बाद हुई है, जिसकी वजह से हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) को 83 तेजस विमानों की आपूर्ति में भी बाधा आई थी।