घर घर सजा तिरंगा ध्वजा, मस्त मस्त लहराओअमृत बेला आजादी की, सब जन आज मनाओ ..... तुम सिन्दूर संजोकर रखना, लौटूंगा तो भर दूंगामुझपर तनिक भरोसा करना, नाम वतन का कर दूंगा !गाजियाबाद। “पेड़ों की छाँव तले...