Maharashtra:युवा महोत्सव से पीएम मोदी का आह्वान, '22 जनवरी को सभी मंदिरों में स्वच्छता अभियान चलाया जाए'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को 27वें राष्ट्रीय युवा महोत्सव में शामिल हुए। वे 30,500 करोड़ से अधिक की विकास परियोजनाओं का शुभारंभ भी करेंगे। इस दौरान युवाओं ने मार्च-पास्ट किया और सांस्कृतिक नृत्य पेश किया। युवाओं को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने उनसे नशे से दूर रहने और माताओं बहनों के खिलाफ अपशब्दों के इस्तेमाल के खिलाफ आवाज उठाने को कहा।
अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि कहा कि आज का ये दिन भारत की युवा शक्ति का दिन है। ये दिन उस महापुरुष को समर्पित है, जिन्होंने गुलामी के कालखंड में भारत को नई ऊर्जा से भर दिया था। ये मेरा सौभाग्य है कि मैं स्वामी विवेकानन्द की जयंती पर नासिक में हूं। मैं आप सभी को राष्ट्रीय युवा दिवस की शुभकामनाएं देता हूं।
उन्होंने कहा कि मैंने आह्वान किया था कि 22 जनवरी तक हम सभी देश के तीर्थ स्थानों की, मंदिरों की साफ सफाई करें, स्वच्छता का अभियान चलाएं। आज मुझे कालाराम मंदिर में दर्शन करने का और मंदिर परिसर में सफाई करने का सौभाग्य मिला है। मैं देशवासियों से अपना आग्रह फिर दोहराऊंगा कि राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के पावन अवसर के निमित्त देश के सभी मंदिरों, तीर्थ क्षेत्रों में स्वच्छता अभियान चलाएं, अपना श्रमदान करें।
सभी ने हमेशा युवाशक्ति को सर्वोपरि रखा: पीएम
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश के ऋषियों-मुनियों-संतों से लेकर सामान्य मानवी तक, सभी ने हमेशा युवाशक्ति को सर्वोपरि रखा है। श्री अरबिंदो कहते थे कि अगर भारत को अपने लक्ष्य पूरे करने हैं, तो भारत के युवाओं को एक स्वतंत्र सोच के साथ आगे बढ़ना होगा। स्वामी विवेकानंद जी भी कहते थे कि भारत की उम्मीदें भारत के युवाओं के चरित्र और उनकी प्रतिबद्धता पर टिकी है। श्री अरबिंदो और स्वामी विवेकानंद का ये मार्गदर्शन आज 2024 में भारत के युवा के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा है।
21वीं सदी के भारत की सबसे सौभाग्यशाली पीढ़ी: पीएम मोदी
उन्होंने कहा कि समय हर किसी को अपने जीवनकाल में एक सुनहरा मौका जरूर देता है। भारत के युवाओं के लिए वो सुनहरा मौका अभी है, अमृतकाल का ये कालखंड है। आज आपके पास मौका है इतिहास बनाने का, इतिहास में अपना नाम दर्ज कराने का। आप ऐसा काम करिए कि अगली शताब्दी में उस वक्त की पीढ़ी आपको याद करे। आप अपने नाम को भारत और पूरी दुनिया के इतिहास में स्वर्णाक्षरों में लिख सकते हैं। इसलिए मैं आपको 21वीं सदी के भारत की सबसे सौभाग्यशाली पीढ़ी मानता हूं। मैं जानता हूं कि आप ये कर सकते हैं। भारत के युवा ये लक्ष्य हासिल कर सकते हैं। मेरा सबसे ज्यादा भरोसा आप सभी पर, भारत के युवाओं पर है।
'मेरा युवा भारत संगठन' का किया जिक्र
पीएम मोदी ने कहा कि 'मेरा युवा भारत संगठन' से जिस तेजी के साथ देश के कोने-कोने में युवा जुड़ रहे हैं, उससे भी मैं बहुत उत्साहित हूं। मेरा युवा भारत संगठन की स्थापना के बाद ये पहला युवा दिवस है। अभी इस संगठन को बने 75 दिन भी पूरे नहीं हुए हैं और 1.10 करोड़ के आसपास युवा इसमें अपना नाम रजिस्टर करा चुके हैं। मुझे विश्वास है कि आपका सामर्थ्य, आपका सेवाभाव देश और समाज को नई ऊंचाई पर ले जाएगा। आपका प्रयास, आपका परिश्रम युवा भारत की शक्ति का परचम पूरी दुनिया में लहराएगा।
इससे पहले केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि ये मोदी-मोदी की गूंज आज भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया के कोने-कोने में है। आज हम सब के बीच एक ऐसे नेता हैं, जिन्होंने हम सबको विकसित भारत बनाने का एक लक्ष्य दिया है। हमारे सामने सबसे बड़ा लक्ष्य है विकसित भारत बनाने का। विवेकानंद जी कहते थे कि एक लक्ष्य तय करो और उस लक्ष्य के बारे में दिन और रातभर सोचो, काम वही करो जो आपको अपने लक्ष्य की ओर ले जाए और बाकी सारे सपने भूल जाओ फिर आप उस लक्ष्य को पूरा होते हुए देखोगे। मनुष्य के संकल्प से बड़ा कोई और लक्ष्य नहीं होता है। तो पीएम मोदी ने भी हमें विकसित भारत बनाने का एक लक्ष्य दिया है। आज नए भारत की बुलंद तस्वीर दिखती है। तीन महीने बाद जब पीएम मोदी तीसरी बार पीएम बनेंगे तो हम दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएंगे।
अटल पुल का उद्घाटन भी करेंगे
पीएम मोदी देश के सबसे लंबे पुल का उद्घाटन भी करेंगे। हजारों करोड़ की लागत से बना अटल सेतु मुंबई को नवी मुंबई से जोड़ेगा। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के लिए यह पुल नई जीवन रेखा बनेगा, वहीं बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में यह भारत के विकास की नई इबारत है। एक अनुमान के मुताबिक पुल से हर रोज करीब 70 हजार लोग सफर करेंगे। यहां 400 कैमरे लगे हैं, इसके अलावा ट्रैफिक के दबाव की जानकारी जुटाने के लिए एआई आधारित सेंसर लगे हैं।
अटल सेतु की विशेषताएं
21.8 किमी लंबा है अटल सेतु
17,840 करोड़ की लागत से तैयार हुआ है
2016 के दिसंबर माह में रखी थी आधारशिला
16.5 किमी समुद्र पर तो 5.5 किमी जमीन पर बना