जम्मू-- जम्मू में बोले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह pok हमेशा से भारत का हिस्सा है
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह वायु मार्ग से आज जम्मू कश्मीर के दौरे पर पहुंचे। सोमवार सुबह भाजपा नेताओं ने गर्मजोशी के साथ राजनाथ सिंह का जम्मू हवाई अड्डे पर स्वागत किया। इस दौरान केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना और अन्य भाजपा नेता मौजूद रहे। यहां से रक्षा मंत्री जम्मू विश्वविद्यालय के लिए रवाना हुए।जम्मू विश्वविद्यालय के जनरल जोरावर सिंह सभागार में राजनाथ सिंह ने रक्षा कॉन्क्लेव को संबोधित किया। इस दौरान राजनाथ सिंह ने कहा कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) हमेशा से हमारा हिस्सा है। वहां की जनता भी भारत में शामिल होना चाहती है। भारत की सांसद में पीओके को लेकर सर्वसम्मत पारित है कि वो भारत का हिस्सा था, है और रहेगा। पीओके में जो पाकिस्तान की सरकार द्वारा जुल्म किया जा रहा है। इससे भविष्य में पीओके से ही मांग उठेगी कि उन्हें भारत देश में शामिल किया जाए।आगे उन्होंने कहा, 'मैं यह दावा नहीं कर रहा हूं कि हमने भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म कर दिया है। यह कोई नहीं कर सकता। इसे सिर्फ भाषण देकर ही कम नहीं किया जा सकता, सिस्टम में बदलाव करके ही इसे कम किया जा सकता है और पीएम ने ये प्रक्रिया शुरू कर दी है।'रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पिछले 9 वर्षों में मोदी सरकार के दौरान दुनिया में भारत का कद कई गुना बढ़ा है और यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार की प्रमुख उपलब्धियों में से एक है।उन्होंने कहा कि जब से भारत आजाद हुआ है तब से कई भारत विरोधी ताकतों द्वारा भारत के अंदर अस्थिरता का माहौल पैदा करने का लगातार प्रयास कर रहे हैं। पाकिस्तान की धरती से लगातार बड़े पैमाने पर नापाक कोशिशें की जा रही हैं। यूपीए सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई नहीं की लेकिन पीएम मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई शुरू की। पहली बार देश ही नहीं बल्कि दुनिया को पता चला कि आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस का मतलब क्या है। हमने आतंकवाद की फंडिंग रोक दी है।रक्षा मंत्री ने कहा, राष्ट्रीय सुरक्षा का ताना बाना तभी मजबूत होगा जब भारत अपनी रक्षा जरूरतों को पूरा करने के लिए दूसरों पर निर्भर न रहे। आज रक्षा बजट में भारतीय कंपनियों से सामान खरीदने के लिए अलग से भी बजट की व्यवस्था है। अब 75 फीसदी हथियार भारतीय कंपनियों से ही खरीदने की बजटीय व्यवस्था बना दी गई है।आज वायुसेना के पास राफेल जैसे 5 जनरेशन मल्टीरोल फाईटर प्लेन आ चुके हैं और अब भारत की संप्रभुता, अखण्डता, सीमा सुरक्षा के लिए किसी भी चुनौती का जवाब देने की हमारी ताकत काफी बढ़ चुकी है।रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई ढांचागत सुधार किए जा रहे हैं। आप सब जानते हैं ही कि देश में एक 'चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ' का गठन किया गया है। साथ ही रक्षा मंत्रालय में 'सैन्य मामलों का विभाग' का भी गठन किया गया है। इन्हें आजादी के बाद भारत में हुए सबसे बड़े रक्षा सुधार के रूप में गिना जाता है।उन्होंने कहा, ' भारत अब रक्षा विनिर्माण शुरू कर दिया है। हम पहली ऐसी सरकार हैं, जिसने हथियारों के आयात के लिए खुद पर ही प्रतिबंध लगाया है। हमने सेनाओं की ओर से 411 वस्तुओं की और रक्षा पीएसयू की 4,666 वस्तुओं की सकारात्मक स्वदेशीकरण सूची जारी की हैं। इसमें शामिल लाइन-प्रतिस्थापन योग्य इकाई, हथियार, गोले बारूद, मिसाइल और अन्य रक्षा साजो सामान शामिल हैं, जिनका निर्माण अब केवल और केवल हमारे ही देश में होगा।'