संसद में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का अभिभाषण: डिजिटल और आधी आबादी पर मेन फोकस! सरकार का 3 करोड़ 'लखपति दीदी' बनाने का लक्ष्य
नई दिल्ली। संसद के संयुक्त अधिवेशन को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सरकार की नीतियों, उपलब्धियों और भारत के भविष्य को लेकर दृष्टिकोण को स्पष्ट किया। उन्होंने संविधान के 75 वर्ष पूरे होने पर बाबासाहेब अंबेडकर और संविधान समिति के सदस्यों को नमन किया और देश के विकास में सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।
अभिभाषण के मुख्य अंश: सामाजिक एवं आर्थिक सशक्तिकरण
- आदिवासी विकास: सरकार ने आदिवासी समाज के 5 करोड़ लोगों के लिए 'धरती आबा जनजाति ग्राम उत्कर्ष अभियान' शुरू किया है।
- स्वास्थ्य बीमा: आयुष्मान भारत योजना के तहत 70 वर्ष और उससे अधिक उम्र के 6 करोड़ वरिष्ठ नागरिकों को स्वास्थ्य बीमा प्रदान किया जाएगा।
- महाकुंभ: प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ को सांस्कृतिक परंपरा और सामाजिक जागरण का पर्व बताते हुए मौनी अमावस्या पर हुई दुर्घटना पर संवेदना व्यक्त की।
- मध्यम वर्ग और आवास योजनाएं: सरकार मध्यम वर्ग के अपने घर के सपने को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।
- महिला सशक्तिकरण: सरकार 3 करोड़ 'लखपति दीदी' बनाने का लक्ष्य लेकर चल रही है। महिलाओं की भागीदारी लड़ाकू विमानों, पुलिस और कॉर्पोरेट नेतृत्व में बढ़ रही है।
तकनीकी प्रगति और डिजिटल भारत
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस: भारत एआई मिशन शुरू किया गया है, जिससे भारत वैश्विक नवाचार का केंद्र बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
- डिजिटल भुगतान और UPI: भारत डिजिटल प्रौद्योगिकी में अग्रणी बन रहा है और UPI प्रणाली की सफलता से दुनिया के विकसित देश भी प्रभावित हैं।
- साइबर सुरक्षा: डिजिटल धोखाधड़ी, साइबर अपराध और डीपफेक जैसी चुनौतियों से निपटने के लिए सरकार साइबर सुरक्षा में दक्षता सुनिश्चित करने पर काम कर रही है।
बुनियादी ढांचा और परिवहन
- रेलवे विस्तार: उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला रेल संपर्क परियोजना पूरी हो गई है, जिससे कश्मीर से कन्याकुमारी तक रेलवे नेटवर्क जुड़ जाएगा।
- विमानन क्षेत्र: भारत में विमानन क्षेत्र तेजी से प्रगति कर रहा है और एयरलाइन कंपनियां 1700 नए विमानों का ऑर्डर दे रही हैं।
- स्वास्थ्य सुविधाएं: 1.75 लाख 'आरोग्य मंदिर' स्थापित किए गए हैं और कैंसर दवाओं पर कस्टम ड्यूटी माफ कर दी गई है।
आर्थिक एवं औद्योगिक विकास
- MSME और व्यापार: एमएसएमई के लिए ऋण गारंटी योजना और ई-कॉमर्स निर्यात केंद्र व्यापार को बढ़ावा देने में मदद कर रहे हैं।
- पूर्वोत्तर विकास: अष्टलक्ष्मी महोत्सव के माध्यम से पूर्वोत्तर के आठ राज्यों की क्षमता को प्रदर्शित किया गया।
- रक्षा क्षेत्र और आत्मनिर्भरता: देश ने रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाए हैं। 'मेक इन इंडिया' से 'मेक फॉर द वर्ल्ड' की ओर बढ़ने का लक्ष्य रखा गया है।
- वैश्विक अर्थव्यवस्था में भारत की स्थिति: राष्ट्रपति ने कहा कि "भारत जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था" बनेगा।
राष्ट्रीय सुरक्षा और भविष्य की दिशा
- 'एक राष्ट्र, एक चुनाव': सरकार इस दिशा में कदम बढ़ा रही है, साथ ही वक्फ संशोधन विधेयक पर भी कार्य जारी है।
- युवा और नवाचार: भारत के युवा स्टार्टअप, खेल और अंतरिक्ष सहित हर क्षेत्र में देश का नाम रोशन कर रहे हैं।
- देश का विजन: "हमारा एक ही लक्ष्य है – विकसित भारत बनाना।"