LOKSABHA: हंगामे के बाद कार्यवाही दोबारा शुरू, केंद्रीय मंत्री ने मांगी माफी
नई दिल्ली। लोकसभा की कार्यवाही स्थगन के बाद फिर से शुरू हो गई। कार्यवाही शुरू होते ही डीएमके सांसद कनिमोझी ने केंद्रीय मंत्री द्वारा डीएमके सदस्यों को असभ्य कहे जाने पर कड़ी आपत्ति जताई। इस पर केंद्रीय मंत्री ने माफी मांगते हुए कहा कि उनका मकसद किसी की भावनाओं को आहत करना नहीं था।
इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसद की कार्यवाही से केंद्रीय मंत्री के बयान के आपत्तिजनक हिस्से को हटा दिया। बावजूद इसके, डीएमके सदस्यों ने नाराजगी जताते हुए सदन से वॉकआउट कर दिया।
राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने कहा कि चुनाव आयोग सरकार के कब्जे में है। उन्होंने कहा कि अगर लोकतंत्र ऐसे ही चलता रहा और चुनाव आयोग सरकार की पैरवी करता रहा, तो चुनाव के नतीजे भी प्रभावित होंगे। कई वर्षों से संदेह है कि जमीन पर क्या हो रहा है, यह सभी को पता है लेकिन सुनने वाला कोई नहीं है।
दरअसल, लोकसभा में नई शिक्षा नीति और तीन भाषाओं के विवाद को लेकर भी जमकर हंगामा हुआ। इस दौरान केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने डीएमके पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि डीएमके बेईमान है, वे तमिलनाडु के छात्रों के प्रति प्रतिबद्ध नहीं हैं। वे तमिलनाडु के छात्रों का भविष्य बर्बाद कर रहे हैं और भाषा की बाधाएं खड़ी कर रहे हैं। वे राजनीति कर रहे हैं और अलोकतांत्रिक व असभ्य हैं।
इस बयान के बाद विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया, जिससे लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित करनी पड़ी।