IPL 2025: महेंद्र सिंह धोनी ने 'इम्पैक्ट प्लेयर' नियम का किया बचाव, कहा- हाई स्कोरिंग मैचों की वजह मानसिकता और हालात
2023 में लागू किए गए इस नियम का असली प्रभाव 2024 सीजन में देखने को मिला, जब टीमों ने 200 से ज्यादा रनों का स्कोर 41 बार पार किया।;
महेंद्र सिंह धोनी ने 'इम्पैक्ट प्लेयर' नियम का बचाव करते हुए कहा है कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में हाई-स्कोरिंग मैचों की असली वजह टीमों का आक्रामक खेल का तरीका है, न कि यह नियम। 2023 में लागू किए गए इस नियम का असली प्रभाव 2024 सीजन में देखने को मिला, जब टीमों ने 200 से ज्यादा रनों का स्कोर 41 बार पार किया। यही नहीं, आईपीएल इतिहास के पांच सबसे बड़े स्कोर भी इसी सीजन में बने हैं। बढ़ते स्कोर और टूटते रिकॉर्ड को लेकर कई क्रिकेट विशेषज्ञों ने इस नियम की आलोचना की है, यह कहते हुए कि इससे गेंद और बल्ले के बीच संतुलन बिगड़ गया है।
धोनी ने इस बहस पर अपनी राय रखते हुए कहा कि ज्यादा रन बनने की वजह सिर्फ यह नियम नहीं है, बल्कि इसके पीछे पिच की परिस्थितियां और खिलाड़ियों की मानसिकता भी बड़ी भूमिका निभा रही है। उन्होंने कहा कि जब यह नियम लाया गया, तो शुरुआत में उन्हें इसकी जरूरत महसूस नहीं हुई थी। हालांकि, यह नियम कुछ हद तक फायदेमंद भी हो सकता है, लेकिन सभी टीमों के लिए इसका असर अलग-अलग हो सकता है।
धोनी का मानना है कि टीमों को अतिरिक्त बल्लेबाज मिलने से वे ज्यादा आक्रामक होकर खेल रही हैं। उन्होंने कहा, "यह सिर्फ एक अतिरिक्त बल्लेबाज की वजह से नहीं हो रहा। असली फर्क मानसिकता का है। जब टीमों को पता होता है कि उनके पास एक अतिरिक्त बल्लेबाज है, तो वे खुलकर खेलने लगती हैं। इसका मतलब यह नहीं कि हर मैच में सभी अतिरिक्त बल्लेबाजों का इस्तेमाल किया जाता है। यह बस आत्मविश्वास बढ़ाने का काम करता है और टी20 क्रिकेट इसी तरह विकसित हुआ है।"
इस बीच, धोनी ने अपने विकेटकीपिंग कौशल से एक बार फिर सभी को चौंका दिया। मुंबई इंडियंस के खिलाफ चेन्नई सुपर किंग्स के पहले मुकाबले में उन्होंने तेज गति से स्टंपिंग करते हुए सूर्यकुमार यादव को पवेलियन भेज दिया। 43 साल के धोनी की यह फुर्ती देखने लायक थी। इसके अलावा, उन्होंने कुछ गेंदों का सामना भी किया, जबकि रचिन रवींद्र ने नाबाद 65 रन बनाते हुए छक्के के साथ चेन्नई को जीत दिलाई। इस जीत के साथ सीएसके ने टूर्नामेंट में शानदार आगाज किया।