INTERNATIONAL DANCE DAY: नृत्य को समर्पित एक विशेष दिन, जानें डांस करने के 5 जबरदस्त फायदे
नृत्य केवल एक कला या मनोरंजन का माध्यम नहीं है, बल्कि यह संपूर्ण स्वास्थ्य और जीवनशैली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इंटरनेशनल डांस डे के अवसर पर आइए जानें नृत्य का इतिहास, महत्व और इसके चमत्कारी फायदे;
नई दिल्ली (राशी सिंह)। हर साल 29 अप्रैल को अंतरराष्ट्रीय नृत्य दिवस मनाया जाता है। यह दिन नृत्य की विविधता, सौंदर्य और सांस्कृतिक महत्व को पहचानने और बढ़ावा देने के लिए समर्पित होता है।
इतिहास और उद्देश्य
इस दिन की शुरुआत 1982 में international dance council और international theatre institute ने की थी। इसे प्रसिद्ध बैले डांसर Jean-Georges Noverre की जयंती पर मनाया जाता है, जिन्हें Modern Ballet का जनक माना जाता है। इसका उद्देश्य है:
-नृत्य के प्रति जागरूकता फैलाना
-संस्कृति और भाईचारे को बढ़ावा देना
-नृत्य समुदायों की उपलब्धियों को सम्मान देना
डांस के ये फायदे
1. वजन घटाने में मददगार: अगर आप वजन कम करना चाहते हैं, तो डांसिंग एक शानदार तरीका हो सकता है। रोजाना केवल 30 मिनट डांस करने से 150-200 कैलोरी तक बर्न होती है। ज़ुम्बा, हिप-हॉप और बॉलीवुड डांस जैसी स्टाइल्स मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देती हैं और तेजी से फैट घटाने में सहायक होती हैं।
2. तनाव और चिंता को दूर करता है: तेज रफ्तार जिंदगी में स्ट्रेस और एंग्जायटी आम समस्या बन गई है। डांस करते समय शरीर में एंडोर्फिन नामक "फील गुड हार्मोन" रिलीज होता है, जो मूड को बेहतर बनाता है और डिप्रेशन से राहत देता है।
3. दिल को स्वस्थ बनाए रखता है: डांस एक कार्डियोवैस्कुलर एक्सरसाइज है, जिससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है, कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है। इससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा भी कम होता है।
4. मसल्स और हड्डियों को मजबूत करता है: नियमित डांस से मांसपेशियों की टोनिंग होती है और हड्डियों की डेंसिटी बढ़ती है, जिससे ऑस्टियोपोरोसिस जैसे रोगों का खतरा घटता है। यह शरीर के संतुलन और लचीलापन बढ़ाने में भी मदद करता है।
5. आत्मविश्वास और सामाजिक कौशल में बढ़ोतरी: डांस से सिर्फ शरीर ही नहीं, मन और समाज से जुड़ाव भी मजबूत होता है। ग्रुप डांस या डांस क्लासेस में शामिल होने से सोशल स्किल्स बढ़ती हैं और आत्मविश्वास में जबरदस्त वृद्धि होती है।
नृत्य: एक रचनात्मक और सामाजिक अभिव्यक्ति
नृत्य के माध्यम से व्यक्ति अपने भाव, विचार और कहानियों को व्यक्त कर सकता है। यह एक रचनात्मक आउटलेट है जो आत्म-संतोष और मानसिक शांति का माध्यम बनता है। साथ ही, यह लोगों को जोड़ता है और सामाजिक समरसता को बढ़ावा देता है। डांस केवल मंच की शोभा नहीं है, यह जीवन को ऊर्जावान, स्वस्थ और खुशहाल बनाने का जरिया है। चाहे आप फिटनेस के लिए डांस करें या आत्म-अभिव्यक्ति के लिए, इसका लाभ हर स्तर पर मिलता है। आइए, इस इंटरनेशनल डांस डे पर हम सभी नृत्य को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाकर एक बेहतर जीवन की ओर कदम बढ़ाएं।