संसद में अखिलेश ने महाकुंभ हादसे पर सरकार को घेरा! जानें किस बात पर कहा कि मेरी बात झूठ निकली तो इस्तीफा दे दूंगा

Update: 2025-02-04 07:35 GMT

नई दिल्ली। संसद के चालू बजट सत्र का आज चौथा दिन है। लोकसभा और राज्यसभा, दोनों ही सदनों में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा चल रही है। आज मंगलवार को अखिलेश यादव ने प्रयागराज महाकुंभ हादसे का मुद्दा उठाते हुए संसद में सरकार को घेरा।

सरकार महाकुंभ में मृतकों के आंकड़े तक नहीं दे पाई

अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार लगातार बजट के आंकड़े दे रही है, लेकिन महाकुंभ में मरने वालों के आंकड़े भी दे। मैं मांग करता हूं कि महाकुंभ की व्यवस्थाओं पर स्पष्टीकरण के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई जाए। महाकुंभ आपदा प्रबंधन और खोया-पाया केंद्र की जिम्मेदारी सेना को दी जाए। महाकुंभ हादसे में हुई मौतों, घायलों के इलाज, दवाइयों, डॉक्टरों, भोजन, पानी, परिवहन की उपलब्धता के आंकड़े संसद में पेश किए जाएं। महाकुंभ त्रासदी के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त दंडात्मक कार्रवाई हो और सच्चाई छिपाने वालों को सजा मिले। हम डबल इंजन की सरकार से पूछते हैं कि अगर कोई गलती नहीं थी तो आंकड़े क्यों दबाए गए, छिपाए गए और मिटाए गए।

अखिलेश यादव ने आगे कहा कि जब पता चला कि कुछ लोगों की जान चली गई है, उनके शव मोर्चरी और अस्पताल में पड़े हैं, तब सरकार ने अपने सरकारी हेलीकॉप्टर में फूल भरकर उन पर पुष्प वर्षा की। यह कैसी सनातनी परंपरा है। भगवान जाने कितने चप्पल, कपड़े और साड़ियां पड़ी थीं और उन सबको जेसीबी मशीन और ट्रैक्टर ट्रॉली से उठवाया गया। कोई नहीं जानता कि उन्हें कहां फेंका गया। सब कुछ छुपाने के लिए ऐसा सुनने में आ रहा है कि कुछ दबाव और कुछ मीठा खिलाया जा रहा है ताकि उनकी खबर बाहर न आए।

तो मैं लोकसभा से इस्तीफा दे दूंगा

समाजवादी पार्टी के प्रमुख ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने शोक तक व्यक्त नहीं किया। जब देश के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने शोक संवेदना व्यक्त की तो 17 घंटे बाद राज्य सरकार ने इसे स्वीकार किया। ये वो लोग हैं जो आज भी सच्चाई को स्वीकार नहीं कर सकते। अपने भाषण के दौरान अखिलेश ने कहा कि कई टीवी चैनलों और विज्ञापनों पर दिखाया गया कि महाकुंभ में 100 करोड़ लोगों के आने की व्यवस्था की गई है। अगर मैं झूठ बोल रहा हूं या मेरे दावे झूठे निकले तो मैं लोकसभा से इस्तीफा दे दूंगा।

सोलर स्कीम मेंटेनेंस से लेकर लोहिया आवास योजना बंद करने का आरोप

अखिलेश ने सोलर स्कीम का मेंटेनेंस रोकने से लेकर लोहिया आवास जैसी योजनाओं को बंद करने का आरोप लगाते हुए कहा कि ये लोग हैं जो इंफ्रास्ट्रक्चर बनाना चाहते हैं। बीजेपी और कांग्रेस के अपने विचार हैं। एक जमाना था जब हमने बड़े स्तर पर जमीन खोई। अब उसी रास्ते पर बीजेपी चल रही है। अगर चीन ने हमारी जमीन पर कब्जा नहीं किया है तो जो अखबार और चैनल ऐसी खबरें चला रहे हैं, उन पर एफआईआर कर उन्हें जेल भेज दीजिए। जब आप उनको मुकदमा कर जेल भेज सकते हैं जो कुंभ की सच्ची खबर चलाना चाहते थे, तो उन पर भी करिए। अखिलेश ने जातिगत जनगणना का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस भी अब इस मुद्दे पर हमारे साथ है। अब जाति जनगणना होकर रहेगा। इस पर पछ के ट्रेजरी बेंच की ओर से किसी ने कहा कि गठबंधन टूट गया है तो इस पर अखिलेश ने कहा कि हम साथी हैं, कोई टकराहट नहीं है आपके इंजन की तरह। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सोशल मीडिया की सबसे अधिक समझ रखते हैं, ये उनकी बात भी नहीं समझ रहे जो वो समझाते हैं। अगर कांग्रेस पार्टी का ये रास्ता था तो आपका रास्ता क्यों है वो। जिस दिन आपके साथी समझ जाएंगे, उस दिन वे भी साथ छोड़ जाएंगे।

अखिलेश ने इंफ्रास्ट्रक्चर पर सरकार को घेरा

अखिलेश यादव ने कहा कि आप नया इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने की बात करते हैं। 2022 के चुनाव से पहले बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे बना था। कितनी तैयारी हुई थी, कितनी सजावट हुई थी। प्रधानमंत्री मोदी उद्घाटन करके गए, पानी बरस गया और एक्सप्रेसवे बह गया। आज भी मेंटेनेंस चल रहा है। आजकल जो गाड़ियां चल रही हैं, अपनी रफ्तार से चलें तो पेट या कमर का दर्द होगा। ये 14 हजार करोड़ से बना था। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे अब तक नहीं बना। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे जहां तक हम करके गए थे, वहीं तक रह गया। गंगा एक्सप्रेसवे को लेकर कहा गया कि कुंभ से पहले बन जाएगा। अब लगता है कि अगले कुंभ तक बनेगा। यूपी में कोई एक भी एक्सप्रेसवे दिया होता। प्रधानमंत्री को तीसरा मौका दिया है यूपी ने अखिलेश यादव ने कहा कि केवल प्रचार में ना रहे सरकार, जो राष्ट्रपति जी ने कहा है, उससे सहमत हूं।

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