सन वैली में 'विश्व लिवर दिवस' पर कार्यशाला का आयोजन, कत्थक नृत्यांगनाएं नलिनी अस्थाना व कमलिनी अस्थाना पहुंचीं
गाजियाबाद। आज सन वैली इंटरनेशनल स्कूल, वैशाली में 'विश्व लिवर दिवस' के अवसर पर विद्यालय प्रबंधन व प्रधानाचार्या प्रीति गोयल के तत्वाधान में 'मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल' द्वारा एक 'जागरूकता-कार्यशाला' का आयोजन किया गया। आज के मुख्यातिथि पद्मश्री द्वारा सम्मानित बनारस घराने की कत्थक नृत्यांगनाएं नलिनी अस्थाना व कमलिनी अस्थाना की उपस्थिति ने कार्यशाला को और भी गौरवान्वित कर दिया था, एक नृत्यांगना के रूप में उन्होंने भी स्वस्थ खानपान पर चर्चा की। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य भी विद्यार्थियों को 'लिवर स्वास्थ्य' के प्रति सजग करना था।
कार्यक्रम का प्रारंभ मुख्यातिथि नलिनी अस्थाना व कमलिनी अस्थाना, सुभाष गुप्ता, डॉ. गौरव अग्रवाल, डॉ. राजेश डे एवं प्रधानाचार्या प्रीति गोयल द्वारा दीप-प्रज्वलन व गणेश वंदना के साथ हुआ। प्रधानाचार्या प्रीति गोयल ने 'मैक्स हॉस्पिटल के सम्माननीय चिकित्सकों' को पुष्पगुच्छ प्रदान कर उनका स्वागत किया। विद्यार्थियों ने उनके लिए 'स्वागत-गीत' एवं नृत्य प्रस्तुत किया। विद्यालय के छात्रों द्वारा 'मद्यपान के कारण लिवर पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव' - विषय से संबंधित लघु-नाटिका प्रस्तुत की गई, जो अत्यंत सराहनीय थी।
डॉ. तेजल व डॉ. बरुन द्वारा केबीसी थीम पर आधारित प्रश्नोत्तर सत्र का आयोजन भी किया गया, जिसमें विद्यार्थियों से लिवर से संबंधित कई महत्वपूर्ण प्रश्न पूछे गए और सही उत्तर देने पर उन्हें उपहार भी दिए गए । इतना ही नहीं डॉ. राजेश डे द्वारा स्वास्थ्य संबंधी परिचर्चा के पश्चात् उपस्थित विशेषज्ञों द्वारा विद्यार्थियों की जिज्ञासाओं का सरल भाषा में उत्तर देकर समाधान भी किया गया।
इसके अतिरिक्त कार्यक्रम में लिवर ट्रांसप्लांट के कुछ सफल मरीजों को भी आमंत्रित गया था, जिन्होंने अपने अनुभव साझा कर विद्यार्थियों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम के अंत में प्रधानाचार्या प्रीति गोयल द्वारा सभी अतिथियों, डॉक्टरों का धन्यवाद किया गया, जिन्होंने अपनी व्यस्ततम दिनचर्या से समय निकाल कर विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया। साथ ही विद्यार्थियों को संतुलित आहार व व्यायाम द्वारा स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रोत्साहित भी किया।
यह कार्यशाला न केवल शैक्षिक दृष्टि से उपयोगी रही, अपितु विद्यार्थियों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता विकसित करने में भी सफल रही। विद्यालय द्वारा समय-समय पर विद्यार्थियों को स्वास्थ्य के प्रति सचेत एवं मार्गदर्शन करने हेतु इस प्रकार की कार्यशालाओं का आयोजन करना अत्यंत सराहनीय है।