पेट्रोल-डीजल पर उत्पाद शुल्क में 2-2 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी, रसोई गैस सिलेंडर की कीमत भी 50 रुपये बढ़ी
नई दिल्ली। सरकार ने सोमवार को एक जरूरी घोषणा करतें हुए पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में 2-2 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी कर दी। यह फैसला वैश्विक तेल कीमतों में जारी उतार-चढ़ाव और ट्रंप प्रशासन की ओर से जवाबी टैरिफ के ऐलान के कारण लिया गया है। लेकिन अच्छी बात यह है कि उत्पाद शुल्क के बढ़ने से आम जनता पर कोई अतिरिक्त बोझ नहीं पड़ेगा। पेट्रोल-डीजल की नई कीमतें 8 अप्रैल से लागू होंगी। सरकार की ओर से एक आधिकारिक आदेश जारी कर इसकी जानकारी दी गई। वहीं रसोई गैस सिलेंडर की कीमत में भी 50 रुपये की बढ़ोतरी की गई है, जबकि उज्ज्वला योजना वाले सिलेंडर की कीमत भी 50 रुपये बढ़ाई गई है।
जवाबी टैरिफ के एलान के चलते लिया गया फैसला
सरकार की तरफ से यह फैसला ट्रंप के जवाबी टैरिफ के चलते लिया है। बीते दिनों अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के ऊपर 27% का टैरिफ लगा दिया। भारत के अलावा यह टैरिफ कई देशों में लागू किया गया है।
अब कितना होगा उत्पाद शुल्क
सरकार ने सोमवार को पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में 2-2 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की है। आदेश में कहा गया है कि पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क बढ़ाकर 13 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 10 रुपये प्रति लीटर कर दिया गया है। सरकार की ओर से जैसे ही यह सूचना जारी की गई, खबर आने लगी कि पेट्रोल-डीजल के दाम में भी बढ़ोतरी कर दी गई। आम आदमी पर भी इस बढ़ोतरी का बोझ पड़ेगा लेकिन जारी आदेश में यह नहीं बताया गया कि खुदरा कीमतों पर इसका क्या असर होगा। हालांकि, बाद में स्थिति साफ हुई। अभी खुदरा कीमतों में बदलाव की संभावना नहीं है। बढ़े हुए उत्पाद शुल्क को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती के साथ समायोजित किए जाने की संभावना है, जो अंतरराष्ट्रीय तेल कीमतों में गिरावट के कारण जरूरी थी। इसलिए कीमतों की बढ़ोतरी करी गयी।