पाकिस्तान की संसद में इमरान खान को फांसी देने की मांग पर बवाल बढ़ गया है. इमरान खान को भी अब डर सता रहा है कहीं उनका हाल जुल्फिकार अली भुट्टो जैसा न हो जाए. इसीलिए इमरान खान अब पाकिस्तान में हिंसा को अपने खिलाफ साजिश बता रहे हैं. इमरान खान ने हिंसा को लंदन वाली साजिश बताया है ताकि उनको फंसाकर उनके समर्थकों को डराया जा सके. इस बीच इमरान समर्थित जजों के खिलाफ शहबाज सरकार में शामिल पार्टियों का प्रदर्शन तेज हो गया है. बता दें कि पाकिस्तान की संसद में इमरान खान को फांसी देने की मांग शुरू हो चुकी है. पाकिस्तानी सांसद राजा रियाज अहमद खान ने कहा कि ये पूरा हाउस आज शर्मिंदा है. पूरी कौम शर्मिंदा है. हमारे वो शहीद जिनकी वजह से आज हम आजादी की सांसें ले रहे हैं, जिनकी वजह से आज दुनिया में पाकिस्तान मजबूत है, दुनिया के नक्शे पर उसने उनकी जो बेइज्जती की है. इस शख्स को तो सरेआम फांसी देनी चाहिए थी.
मौलाना ने कही जज को कुर्बान करने की बात
जान लें कि इमरान खान को बचाने के लिए सुप्रीम कोर्ट के जो जज ढाल बने हुए थे अब उनके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के बाहर सरकार में शामिल पार्टियों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया है. अब सीधे-सीधे जजों को जान से मारने की धमकी दी जा रही है. JUI-F चीफ मौलाना फजलुर्रहमान ने कहा कि हम पाकिस्तान की अदालत की गरिमा को बहाल करना चाहते हैं. अदालत इतनी प्रतिष्ठित है और उसका वकार इतना बुलंद है, इतना सम्मानित है अगर इसकी गरिमा के लिए इस बिल्डिंग के अंदर दो चंद जजों को कुर्बान कर दिया जाए तो कोई फर्क नहीं पड़ेगा.
खुद घबरा गए इमरान खान
दूसरी तरफ, पाकिस्तान की फौज तो मौका तलाश ही कर रही है कैसे इमरान खान को निपटाया जाए. ऐसे में इमरान खान पर संकट भारी है और ये ही वजह है कि हमेशा पाकिस्तानियों से नहीं घबराने के लिए कहने वाले इमरान खान खुद घबरा गए हैं. पाकिस्तान में हुई हिंसा को लेकर इमरान खान घिरे हैं. लेकिन अब यू टर्न लेते हुए इमरान खान ने हिंसा को पीटीआई वर्कर्स का काम मानने से इनकार कर दिया है और सीधा आरोप सरकार पर लगा दिया है.