वाशआउट के चलते बंद हुआ गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर यात्रा शुरू, अभी नहीं चलेंगे घोड़ा-खच्चर, रास्ता किया जा रहा है चौड़ा
रुद्रप्रयाग। चीरबासा में गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग वाशआउट होने से आवाजाही बंद हो गई थी जो अब शुरू हो गई। इसके लिए एनडीआरफ, एसडीआरएफ और लोक निर्माण विभाग ने वैकल्पिक रास्ता तैयार किया है। बताया जा रहा है कि घोड़ा-खच्चरों का चलना अभी जल्द शुरू होगा। बता दें कि करीब डेढ़ महीने पहले अतिवृष्टि से 16 किलोमीटर लंबा गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग प्रभावित हुआ था।
इन दिनों पीडब्लूडी रास्ते को दुरुस्त करने में जुटा है। रास्ते को पर्याप्त चौड़ा करने के साथ ही सुरक्षा के इंतजाम भी किए जा रहे हैं। गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग 31 जुलाई को अतिवृष्टि के कारण 16 स्थानों पर पूरी तरह से वॉशआउट हो गया था। जगह-जगह बरसाती नाले बह रहे थे, जिससे रास्ते को पार करना मुश्किल हो गया था।
जंगलचट्टी, भीमबली, छोटी लिनचोली, थारू कैंप, कुवेर गदेरा, टीएफटी आदि जगहों पर गेविन वाल व सीसी पुश्ता तैयार कर रास्ते को चार किलोमीटर चौड़ा किया जा रहा है। साथ ही बरताती नाले और एवलॉन्च जोन में पुलिया बनाई गई हैं। बता दें कि गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर रामबाड़ा में मंदाकिनी नदी पर 70 मीटर लंबा बैलीब्रिज प्रस्तावित है। अभी यहां पर हल्का लोहे का पुल बनाया गया है, इससे यात्रा का संचालन हो रहा है।